पंखा बना रहा था किशोर, करंट की चपेट में आने से गई जान
पंखा बना रहा था किशोर, करंट की चपेट में आने से गई जान
अपने मामा के घर गए एक किशोर को खराब पंखा बनाना महंगा पड़ा। पंखा बनाते समय उसमें करंट उतर जाने से यह किशोर करंट की चपेट में आकर बुरी तरह घायल हो गया। इलाज के लिए दुदही सीएचसी से उसे पडरौना जिला अस्पताल ले जाया जा रहा था कि रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।
दुदही क्षेत्र के बैकुंठपुर कोइी निवासी मनकेश्वर का 14 वर्षीय बेटा सुमित कक्षा सात का छात्र था। उसके घर से पांच किमी दूर बिहार सीमा के बलुअडवा गांव में उसके मामा का घर है। सुमित अपने घर यह कहकर मामा के घर गया कि शाम तक लौट आएगा। बताया जा रहा है कि मामा के घर खराब पंखे को वह ठीक करने लगा।
पंखे का तार स्विच में लगाकर वह चेक कर ही रहा था कि पंखे में करंट उतर गया और सुमित करंट की चपेट में बुरी तरह आ गया। वहां से घायल अवस्था में उसे इलाज के लिए दुदही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। दुदही में प्राथमिक इलाज के बाद डाक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
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