15 साल बाद जेल से लौटे अधारे तो घर भी अजनबी लगा
15 साल बाद जेल से लौटे अधारे तो घर भी अजनबी लगा
लम्हों ने खता की सदियों ने सजा पाई। कहते हैं कि इंसान का किया उम्र भर उसका पीछा करता है और कुछ गलतियां ऐसी होती हैं जिनमें पूरी जिंदगी ही बर्बाद हो जाती है। ऐसा ही एक मामला है संतकबीरनगर के अधारे का जिन पर वर्ष 1978 में गांव के श्याम सुंदर की हत्या का इल्जाम लगा। अधारे उस वक्त 46 के थे। अधारे अरेस्ट हुए। जेल गए। कुछ सालों बाद जमानत मिल गई लेकिन मुकदमा चलता रहा जिसका फैसला साल 2004 में तब आया जब अधारे उम्र के अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ चले थे।
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