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    गावस्कर से भिड़े विराट कोहली को लेकर सुनील संजय मांजरेकर, ये है वजह

    गावस्कर से भिड़े विराट कोहली को लेकर सुनील संजय मांजरेकर, ये है वजह

    भारत के पूर्व महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में भारत की हार के बाद भी विराट कोहली को स्वाभाविक तौर पर कप्तान बनाए रखे जाने के फैसले पर सवाल खड़े किए थे. गावस्कर का मानना है कि कोहली को दोबारा कप्तानी सौंपे जाने से पहले आधिकारिक बैठक होनी चाहिए थी. इसके बाद पूर्व क्रिकेटर और कॉमेंटेटर संजय मांजरेकर विराट कोहली के समर्थन में आगे आए हैं.मांजरेकर ने ट्वीट कर कहा, 'मैं बहुत सम्मान के साथ चयनकर्तओं और विराट कोहली को कप्तान बनाए रखने वाली गावस्कर सर की राय से असहमत हूं.
    नहीं, टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप में बुरा प्रदर्शन नहीं किया.' मांजरेकर ने आगे लिखा, 'टीम इंडिया ने सात मैच जीते और दो हारे. आखिरी वाला तो काफी करीब रहा और चयनकर्ता के रूप में पद से ज्‍यादा जरूरी ईमानदारी हैबता दें कि मिड-डे में प्रकाशित अपने लेख में गावस्कर ने लिखा, 'अगर उन्होंने (चयनकर्ता) वेस्टइंडीज दौरे के लिए कप्तान का चयन बिना किसी मीटिंग के कर लिया तो यह सवाल उठता है कि क्या कोहली अपनी बदौलत टीम के कप्तान हैं या फिर चयन समिति की खुशी के कारण हैं.'गावस्कर ने लिखा, 'हमारी जानकारी के मुताबिक उनकी (कोहली) नियुक्ति विश्व कप तक के लिए ही थी.
    इसके बाद चयनकर्ताओं को इस मसले पर मीटिंग बुलानी चाहिए थी. यह अलग बात है कि यह मीटिंग पांच मिनट ही चलती, लेकिन ऐसा होना चाहिए था.'एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता वाली अखिल भारतीय चयन समिति ने वेस्टइंडीज दौरे के लिए कोहली को तीनों फॉर्मेट का कप्तान नियुक्त किया है. इस सीरीज की शुरुआत फ्लोरिडा में होने वाले टी-20 मुकाबलों से होगी.
    इसके बाद सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित प्रशासकों की समिति (सीओए) ने साफ कर दिया कि वह विश्व कप में टीम के प्रदर्शन पर रिव्यू बैठक नहीं बुलाएगी, लेकिन वह इस विश्व कप में टीम के प्रदर्शन को लेकर टीम मैनेजर की रिपोर्ट पर विचार करेगी.गावस्कर ने पूरे मामले का माखौल उड़ाते हुए लिखा कि आखिरकार कोहली क्यों मनमाफिक टीम चुनने का हक पाते रहे हैं. गावस्कर ने लिखा, 'चयन समिति में बैठे लोग कठपुतली हैं. पुनर्नियुक्ति के बाद कोहली को मीटिंग में टीम को लेकर अपने विचार रखने के लिए बुलाया गया.
    प्रक्रिया को बाईपास करने से यह संदेश गया कि केदार जाधव, दिनेश कार्तिक को खराब प्रदर्शन के कारण टीम से बाहर किया गया, जबकि विश्व कप के दौरान और उससे पहले कप्तान ने 

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