सोशल मीडिया के सहारे अपना विकल्प तलाश रहे शिक्षक
सोशल मीडिया के सहारे अपना विकल्प तलाश रहे शिक्षक
कुशीनगर के बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात शिक्षक सोशल मीडिया के सहारे अपना विकल्प तलाश करने में जुटे हुए हैं। जनपद के अंदर पारस्परिक स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू होने से शिक्षकों में सरगर्मी बढ गई हैं। सोशल मीडिया व व्हाट्सअप ग्रुप पर नाम, स्कूल का पता व ब्लाक लिखकर सहयोगी की तलाश कर रहे हैं। ताकि समीप के नये स्कूल में तैनाती मिल सके और उनकी जगह पर दूसरा विकल्प मिल सके।
बेसिक शिक्षा परिषद से जिले में 3003 परिषदीय स्कूल संचालित होते हैं। इस स्कूलों में नामांकिन पौने तीन लाख बच्चों को पढ़ाने के लिए साढ़े छह हजार शिक्षक तैनात हैं। लंबे समय के बाद जिले में पारस्परिक स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू हुई है। इससे दूर दराज के स्कूलों में तैनात शिक्षक घर के पास और शहर के किनारे स्थित स्कूलों में तैनाती के लिए बेताब हैं। विभाग द्वारा मिले मौका को शिक्षक भुनाने में जुटे हुए हैं। इसके लिए बीएसए द्वारा पारस्परिक स्थानांतरण का आवेदन जारी करने के एक पखवारे से अपना विकल्प तलाश करने में जुटे हुए हैं।
15 तक बीआरसी पर करना है आवेदन
शिक्षक विभिन्न व्हाट्सअप ग्रुप व सोशल मीडिया पर अपना नाम, स्कूल का नाम, ब्लाक व मोबाइल नम्बर आदि लिखकर सहयोगी शिक्षक की तलाश कर रहे हैं। सहयोगी के मिलने के बाद दोनों शिक्षकों को एक दूसरे स्कूल का नाम व पता भरकर अपने-अपने बीआरसी पर आवेदन करना है। इसके बाद बीएसए के नेतृत्व में समिति 15 जुलाई के बाद शिक्षकों के आवेदनों की जांच कराकर डीएम के अनुमोदन के बाद पारस्परिक स्थानांतरण का आदेश जारी करेगा।
शिक्षक विभिन्न व्हाट्सअप ग्रुप व सोशल मीडिया पर अपना नाम, स्कूल का नाम, ब्लाक व मोबाइल नम्बर आदि लिखकर सहयोगी शिक्षक की तलाश कर रहे हैं। सहयोगी के मिलने के बाद दोनों शिक्षकों को एक दूसरे स्कूल का नाम व पता भरकर अपने-अपने बीआरसी पर आवेदन करना है। इसके बाद बीएसए के नेतृत्व में समिति 15 जुलाई के बाद शिक्षकों के आवेदनों की जांच कराकर डीएम के अनुमोदन के बाद पारस्परिक स्थानांतरण का आदेश जारी करेगा।
शासन के निर्देश पर जिले में पारस्परिक स्थानांतरण के लिए शिक्षकों से आगामी 15 जुलाई तक बीआसी के माध्यम से आवेदन मांगा गया है। इसके बाद शिक्षकों के आवेदनों पर विचार किया जाएगा।
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