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    निजी अस्पताल की जांच से मचा हड़कंप, आशाओं के निलंबन का आदेश*





    खजनी क्षेत्र के सिकरीगंज कस्बे में चल रहे एक निजी अस्पताल में ग्रामीणों की गोपनीय शिकायत के बाद जागे स्वास्थ विभाग की टीम के द्वारा एडिशनल सीएमओ डाक्टर ए.के. प्रसाद और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उरूवां को जांच में अस्पताल में दर्जनों खामियां मिलीं हैं। उन्होंने अस्पताल के संचालक को सभी प्रपत्रों के साथ सीएमओ गोरखपुर के कार्यालय में उपस्थित होने की चेतावनी दी है। ग्रामीणों के द्वारा की गई गोपनीय शिकायत पर सीएमओ गोरखपुर के निर्देश पर सोमवार को सिकरीगंज कस्बे में स्थित राजेश हाईटेक अस्पताल की जाचं एडीशनल सी.एम.ओ डाक्टर ऐ.के. प्रसाद और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र उरूवां की टीम द्वारा की गई। जांच में अस्पताल में ढेरों दर्जनों खामियां मिली।अस्पताल में सभी बीमारियों का इलाज,आपरेशन और पैथालाजिकल तथा अल्ट्रासाउंड जांच की सुविधा उपलब्ध होने की बात सामने आई। अस्पताल का 6 बेड का रजिस्ट्रेशन मिला पर मौके पर 10 बेड का अस्पताल पाया गया।अस्पताल के अंदर पैथालॉजी और अल्ट्रासाउंड की जांच अप्रशिक्षित लोगों के द्वारा चलते मिली। जांच का काम डाक्टरों के सहयोगी बिना डिग्री वाले लोग संचालित कर रहे थे। अल्ट्रासाउंड ,पैथोलॉजी डिग्री वाले डाक्टरों का नाम बाहर बोर्ड पर अंकित था लेकिन अंदर डाक्टरों का पता ही नहीं था। जांच रिपोर्ट पर हस्ताक्षर बनाने का काम भी डाक्टरों के द्वारा नहीं हो रहा था। अस्पताल में भर्ती अलावलपुर गांव की मरीज द्वारिका की पत्नी किरन ने बताया कि बुधवार को आपरेशन से बच्चा हुआ है।अस्पताल संचालक ने पहले दिन 16 हजार और दुसरे दिन 7 हजार रूपए लिए पर छुट्टी नही दी गई थी। वहीं क्षेत्र से इलाज के लिए आए मरीज रमावती देवी,श्याम दुलारी, संदीप किस्मती देवी आदि कई मरीज अस्पताल में मौजूद मिले। डिप्टी सीएमओ डॉक्टर ऐ.के. प्रसाद ने बताया कि अस्पताल में सभी तरह के मानकों स्टाफ, रजिस्ट्रेशन मरीजों के इलाज की सुविधाओं चिकित्सकों, स्टॉफ की डिग्रियों,डिप्लोमा आदि सभी बिंदुओं पर जांच की गई। जांच में 6 बेड का रजिस्ट्रेशन मिला और अल्ट्रासाउंड तथा पैथोलॉजी का रजिस्ट्रेशन नहीं मिला एडिशनल सीएमओ ने मानक न पूरा करने तथा गलत तरीके से अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी जांच करने पर कड़ी नाराजगी जताई। निरीक्षण के दौरान डिप्टी सीएमओ ने अस्पताल की गर्भवती महिलाओं से बात की और पूछा कि उन्हें यहां कौन लेकर आया है तो जवाब में गांव की आशा का नाम बताया गया। जिस पर डिप्टी सीएमओ ने उरूवां पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी को सभी आरोपी आशाओं को निलंबित करके उनकी सेवाएं समाप्त करने की कार्रवाई का आदेश दिया। उन्होंने बताया कि इस तरह की कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी। अस्पताल में जांच की सूचना से क्षेत्र के अन्य अस्पतालों में खलबली मच गई। डिप्टी सीएमओ डाक्टर ए.के. प्रसाद ने अस्पताल संचालक को सभी कागजात के साथ कल सीएमओ आफिस पर उपस्थित होने का आदेश दिया।अगर कागजात नहीं पेश किया तो सख्त कार्यवाही की जाएगी।

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