घाघरा नदी के कटान के चपेट में आया विद्यालय
आजमगढ़ जिले के महराजगंज विकास खण्ड के अराजी सेमरी न्याय पंचायत में मौजुद प्राथमिक विद्यालय कटान कि जद में है हालांकि प्राथमिक विद्यालय में बना शौचालय कटान के चपेट में आ गया है विद्यालय भी जिस रफ्ता से कटान चालु है कटान की चपेट में आ सकता है नदी के जलस्तर में तेेजी से कटाव दर्ज किया जा रहा है। जलस्तर घटने के साथ ही नदी में कटान तेज हो गई है। कटान होने से कई गाव के साथ ही प्राथमिक विद्यालय सेमरी का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। अराजी सेमरी के ग्राम प्रधान दशरथ निषाद विद्यायल के कटान से काफ़ी आहत है क्योंकि देवारा एरिया के लिए यह विद्यालय काफ़ी माएने रखता है।
सोमवार की शाम बदरहुंआ नाले पर घाघरा नदी का जलस्तर 72.38 मीटर दर्ज किया गया था। जो मंगलवार की शाम 23 सेमी घटकर 72.15 मीटर पर आ गया। यहां पर नदी का जलस्तर खतरा बिंदू 71.68 मीटर से 47 सेमी ऊपर है। वहीं डिघिया नाले पर सोमवार की शाम नदी का जलस्तर 71.53 मीटर दर्ज किया गया था। जो मंगलवार की शाम को 29 सेमी घटकर 71.24 मीटर हो गया। यहां पर नदी का जलस्तर खतरा बिंदू 70.40 मीटर से 84 सेमी अधिक है। सगड़ी तहसील क्षेत्र के उत्तर बहने वाली घाघरा नदी का रौद्र रूप इसी से पता चलता है कि देवारा खास राजा की तीन बस्तियां मुरारी का पुरवा, त्रिलोकी का पुरवा और भीम अली का पुरवा घाघरा में विलीन हो चुके हैं। अब जूनियर हाई स्कूल बगहवा और बगहवा, झगड़हवा बस्ती घाघरा की कटान के मुहाने पर हैं। इसी तरह महाराजगंज ब्लॉक का प्राथमिक विद्यालय सेमरी कटान की जद में है। उसके दो शौचालय घाघरा में विलीन हो चुके है। स्कूल का कमरा कट रहा है। देवारा खास राजा के बगहवा के पास तीन किमी लंबा और 10 मीटर चौड़ा 24 घंटे में घाघरा नदी काट चुकी है। इसी तरह अचल नगर के देवारा अचल सिंह, गरीब दुबे और दुबान में भी करीब दो किमी लंबा और 15 मीटर चौड़ा घाघरा जमीन काट चुकी है। महुला गढ़वल बांध के उत्तर नदी तक आज भी सभी गांव प्रभावित हैं। एक-दो दिन बाद आवागमन की समस्या कुछ कम होगी। अभी सभी गांव में नाव चलाई जा रही है। पशुओं के चारा की अव्यवस्था है। गांव में बीमारी पांव पसार रही है। अभी भी 130000 की आबादी प्रभावित है। तंबू डालकर महुला गढ़वाल बांध पर लोग आज भी पड़े हुए हैं।
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