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    शराब तस्करों ने पुलिस टीम को कुचलने का किया प्रयास

    देवरिया। शराब तस्करों ने मंगलवार की देर रात सोनूघाट के एक पेट्रोल पंप के पास एसओजी टीम को कुचलने का प्रयास किया, लेकिन टीम के सदस्यों ने चालाकी दिखाते हुए चार तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से 980 शीशी हरियाणा निर्मित शराब बरामद किया गया। एसओजी प्रभारी की तहरीर पर केस दर्ज कर सदर कोतवाली पुलिस ने बुधवार को चारों को जेल भेज दिया।
    एसओजी प्रभारी गिरिजेश तिवारी, एसआई अनिल यादव, संतोष सिंह यादव, हेड कांस्टेबल योगेंद्र प्रसाद, कांस्टेबल धनंजय श्रीवास्तव, अरुण खरवार, प्रशांत शर्मा और सुदामा यादव के साथ मंगलवार की रात सोनूघाट चौराहे पर वांछित बदमाशों की तलाश में खड़े थे। इस दौरान मुखबिर ने सूचना दी कि सलेमपुर रोड पर एक पेट्रोल पंप के पास कुछ लोग मौजूद हैं। वह वाहनों में शराब लिए हैं और बिहार जाने की बात कर रहे हैं। सूचना पर विश्वास कर टीम वहां पहुंच गई। पुलिस को देखकर शराब तस्कर स्कार्पियो और स्विफ्ट कार से भागने लगे।
    पुलिस ने उन्हें घेरा तो पुलिस के वाहन में टक्कर मार दी। इसके बाद स्कार्पियो सड़क किनारे फंस गई। एसओजी टीम ने दोनों वाहनों और इसमें बैठे चार लोगों को पकड़ लिया। पूछताछ में तस्करों ने अपना नाम बलवान गोस्वामी और भीम निवासी कलासर, थाना राजौन, जिला कैथल, हरियाणा, हृदयानंद यादव निवासी सोनूघाट, सदर कोतवाली और दीपक निवासी अलेवा, जिला जिंद, हरियाणा बताया। हरियाणा के रहने वाले तीनों शराब तस्करों ने बताया कि वे सोनूघाट के रहने वाले हृदयानंद यादव के संरक्षण में शराब की तस्करी करते हैं। हरियाणा से शराब लेकर यहां तक आते हैं और यहां रखने और बिहार भिजवाने की जिम्मेदारी हृदयानंद यादव की होती है। दोनों वाहनों से एसओजी टीम ने हरियाणा निर्मित शराब बरामद किया। एसओजी प्रभारी गिरिजेश तिवारी की तहरीर पर सदर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किए गए चारों तस्करों के खिलाफ हत्या के प्रयास, एक्साइज एक्ट और अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया।
    हृदयानंद को तलाश रही थी पुलिस
    सदर कोतवाली के सोनूघाट का रहने वाला हृदयानंद यादव शराब तस्करी में लंबे समय से जुड़ा है। बताया जा रहा है कि सत्ताधारी दल के एक नेता का उसे संरक्षण प्राप्त है। दो साल पहले सोनूघाट में उसके गोदाम से पुलिस ने भारी मात्रा में हरियाणा निर्मित शराब बरामद किया था। इस मामले में भटवलिया का रहने वाला सुभाष जायसवाल, उसके बेटे और कई अन्य को जेल भेजा गया था। उसी मामले में हृदयानंद यादव का नाम भी प्रकाश में आया था। तभी से पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी, लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही थी।
    शराब तस्करों ने एसओजी टीम को कुचलने का प्रयास किया। एसओजी टीम ने अपने को बचाते हुए चार शराब तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। 980 शीशी हरियाणा निर्मित शराब, स्कार्पियो और स्विफ्ट कार को कब्जे में ले लिया गया। केस दर्ज कर चारों को जेल भेज दिया गया है। हृदयानंद यादव की लंबे समय से पुलिस तलाश कर रही थी। - डॉ. श्रीपति मिश्र, एसपी।

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