20 जनवरी तक साफ हो सकती है गाँवों की आरक्षण की स्थिति
भाटपार रानी: सूत्रों द्वारा मिल रही जानकारी की माने तो 20 जनवरी तक गाँवों में आरक्षण की स्थिति साफ हो सकती है जहाँ पारदर्शिता बनाने के लिए पंचायत चुनाव-2021 नामक साफ्टवेयर पर 1995 से लागू चक्रानुक्रम आरक्षण व्यवस्था, गाँवों की आबादी आदि का ब्यौरा अपलोड तेजी के साथ किया जा रहा है।
आरक्षण की स्थिति साफ होते ही बढ़ सकती है मुर्गा, दारू की मांग
जहाँ पंचायत चुनाव को लेकर फाईनल वोटर लिस्ट का प्रकाशन 22 जनवरी को होना है वही पर सीटों के बदलने के वजह से कई दावेदार वंचित हो सकते हैं। पंचायत चुनावों के लेकर गाँवों के नेताजी लोग बताते हैं कि सीटों की स्थिति साफ होते ही मतदाताओं को अपने तरफ रिझाने के लिए प्रत्याशियों के द्वारा हर तरह की जोर आजमाइश भी हो सकती है वही पर मुर्गा,शराब आदि की मांग बढ़ सकती है।
जो पाॅच साल तक नहीं दिखे वह अब आइने की तरह साफ दिखने लगे
पंचायत चुनाव को लेकर जहाँ गाँवों में नये व युवा उम्मीदवार देखें जा रहे हैं वही पर पिछले कई चुनावों में अपनी भाग्य अजमा चुके उम्मीदवार भी अपनी सक्रियता बढ़ा चुके हैं। कही पर चाचा- चाची, कही पर बाबा- काका आदि तरह की सम्मानित उदबोधन के साथ चबुतरे, चारपाई, कुर्सी आदि पर बैठ कर आये दिन चर्चा करते दिख रहे हैं। इनकी अचानक सक्रियता को देखकर लोगों द्बारा आश्चर्य हुए कहा जा रहा कि पिछले चुनाव के बाद तो दिखे नहीं चुनाव आते ही आईने की तरह साफ दिखाई देने लगे हैं।ऐसे उम्मीदवार जो चुनाव में ही दिखाई देते हैं उन्हें मौसमी, चुनावी आदि नामों के द्वारा दबे जुबान लोग उदबोधन करते दिख रहे हैं।
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