पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित होंगे सात धार्मिक स्थल
देवरिया: जिले के सात धार्मिक स्थलों के दिन बहुरने वाले हैं। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इनका विकास कराया जाएगा। इस पर 349.58 लाख रुपये खर्च होंगे। पर्यटन विभाग ने आगणन तैयार कर शासन को भेज दिया है। स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू होगा।
प्रदेश सरकार प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के धार्मिक स्थलों को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के तहत यह हो रहा है। जनप्रतिनिधियों के प्रस्ताव पर धार्मिक स्थलों को चिह्नित किया गया है। इसमें देवरिया विधानसभा क्षेत्र के पैकौली गांव स्थित प्रथम पवहारी महराज की तरफ से स्थापित करीब 400 वर्ष पूर्व स्थापित प्राचीन राज राजेश्वर भगवान मंदिर के विकास पर 49.95 लाख, रुद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के तरैनी स्थित मां परम सुंदरी दुर्गा मंदिर स्थल के विकास पर 49.97 लाख, भाटपाररानी के ग्राम सरयां स्थित सपाती माता मंदिर के विकास पर 49.79 लाख, बघौचघाट में स्थित धार्मिक स्थल के विकास पर 49.95 लाख, सलेमपुर विधानसभा क्षेत्र के दीर्घेश्वरनाथ मंदिर मझौलीराज के विकास पर 49.95 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। बरहज नगर का प्राचीन नीलकंठ महादेव मंदिर भी इसमें शामिल है। महानिदेशक पर्यटन एनजी रवि कुमार ने छह जनवरी को जनप्रतिनिधियों के स्थल चयन संबंधी संस्तुति, डीएम की तरफ से आगणन संबंधी संस्तुति रिपोर्ट के साथ विशेष सचिव पर्यटन विभाग को भेजा है। उन्होंने 2020-21 में 349.58 लाख रुपये वित्तीय स्वीकृति का अनुरोध किया है।
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