धुरियापार: आवारा पशुओं से किसानों का हाल बेहाल.
भारत एक कृषि प्रधान देश है यहां पर बहुत से लोगों का जीविका का साधन मात्र एक खेती ही है लेकिन उसमें भी तमाम तरह के व्यवधान उत्पन्न होते रहते हैं जैसे कि बारिश का ज्यादा हो जाना बारिश का ना होना सूखा पड़ जाना और महंगाई की मार झेलन इन तमाम मुसीबतों से निजात तो मिलता ही नहीं है कि सबसे बड़ी मुसीबत आवारा पशु किसानों के सामने आ खड़े हुए हैं इन आवारा पशुओं के कारण इस समय किसानों का हाल बद से बदतर हो गया है ना रातों में नींद है न दिन में किसी भी तरह का सकून दिन-रात इन किसानों ने खेती के लिए एक कर रखा हैं कि कहीं हमारी फसल को नुकसान न पहुंचा दें आंख बन्द होते ही दर्जनों की संख्या में आवारा पशु किसानों के खेतों को भरपूर मात्रा में नुकसान पहुंचा रहे हैं इस पर किसी नेता या सरकार का कोई ध्यान नहीं जा रहा है कि इस पर किसी भी तरह का कोई अंकुश लगाया जाए वैसे तो राजनीतिक पशु बनाना अगर होता तो इस पर बहुत सी राजनीति किया जा सकता है लेकिन इतनी ठंड में किसान इन आवारा पशुओं के कारण रातों को अपने घरों में चैन से सो नहीं पाते हैं अगर यह सो गए तो यह आवारा पशु इन बातो को ज्यादा से ज्यादा नुकसान कर देंगे इसी खौफ से ये सोते नहीं हैं।
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