विकास कार्यों की जांच में मिली खामियां
घोसी (मऊ)। अमिला ग्राम पंचायत में विकास कार्यों का सत्यापन मुख्य विकास अधिकारी रामसिंह वर्मा के नेतृत्व में गठित टीम ने शनिवार को किया। सामुदायिक शौचालय में दिव्यांग रैम्प नहीं था तो कई कार्यों की एमबी नहीं मिली। इस पर सीडीओ ने सेक्रेटरी को फटकार लगाई। प्रदेश में ग्राम पंचायतों का कार्यकाल 25 दिसंबर आधी रात को समाप्त होने से पूर्व प्रधानों एवं सचिवों द्वारा दिसंबर 2020 में 14वें वित्त एवं राज्य वित्त के भुगतान की शिकायत को लेकर अमिला ग्राम पंचायत के कई मजरों में भुगतान के सापेक्ष सीडीओ समेत तीन सदस्यीय जांच टीम ने किया। दिसंबर माह में 44.56 लाख रुपये का भुगतान लेने का रिकॉर्ड मिला।
सीडीओ राम सिंह वर्मा ने दिसंबर माह में लिए गए भुगतान के सापेक्ष किये गए कुल 24 विकास कार्यों की जमीनी हकीकत जानने के लिए ग्राम पंचायत के गौरा पुरवे में बने सामुदायिक शौचालय की वास्तविकता परखी। वहाँ विकलांगों के लिए रैंप नहीं बना था। निरीक्षण के दौरान सामुदायिक शौचालय पर हुए कार्य के प्रति नाराजगी जताते हुए स्टीमेट एवं बाउचर के साथ ग्राम सक्रेटरी तलब किया। जबकि मौके पर कार्य जोर शोर से कराया जा रहा था।
सीडीओ राम सिंह वर्मा ने दिसंबर माह में लिए गए भुगतान के सापेक्ष किये गए कुल 24 विकास कार्यों की जमीनी हकीकत जानने के लिए ग्राम पंचायत के गौरा पुरवे में बने सामुदायिक शौचालय की वास्तविकता परखी। वहाँ विकलांगों के लिए रैंप नहीं बना था। निरीक्षण के दौरान सामुदायिक शौचालय पर हुए कार्य के प्रति नाराजगी जताते हुए स्टीमेट एवं बाउचर के साथ ग्राम सक्रेटरी तलब किया। जबकि मौके पर कार्य जोर शोर से कराया जा रहा था।
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