साहित्य ही संवेदनशील युवा के निर्माण में सहायक- डॉ अजय राय
कौड़ीराम, गोरखपुर।
युवाओं के प्रेरणास्त्रोत स्वामी विवेकानंद जी के जन्म दिवस के अवसर पर सर्वोदय किसान पी.जी.कालेज कौड़ीराम गोरखपुर एवं महाविद्यालय में संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाइयों के तत्वावधान में युवा सप्ताह के रूप में सप्ताह भर विविध कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। मंगलवार को युवा सप्ताह के समापन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए महाविद्यालय के हिन्दी विभाग के आचार्य डॉ.अजय कुमार राय ने कहा की साहित्य ही संवेदनशील युवा का निर्माण कर सकता है। आज के समय में लोगो के ह्रदय में संवेदना कम हो रही है। विवेकानंद जी के विचारों से प्ररेणा लेते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सतत् क्रियाशील रहते हुए मनुष्य बने रहना ही सच्चे अर्थों में युवा सप्ताह कार्यक्रम की सार्थकता होगी। इसी क्रम में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रभारी कार्यक्रम अधिकारी डॉ.उमेश कुमार पांडेय ने कहा कि स्वामी जी ने शिकागो विश्व धर्म सम्मेलन में भारतीय संस्कृति एवं जीवन मूल्यों कि ब्याख्या करते हुए कहा की दया, प्रेम , संवेदना, और सहृदयता ही सेवा एवं त्याग का आधार है, मानवतावाद ही सबसे बड़ा धर्म। कार्यक्रम का संचालन राजनीति शास्त्र के आचार्य एवं कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार तिवारी ने किया। कार्यक्रम अधिकारी डॉ स्नेहलता सिंह ने भी स्वामी विवेकानंद जी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला। उक्त अवसर पर स्वयं सेवको एवं सेविकाओं ने भी विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. आनन्द प्रकाश ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। उक्त अवसर पर महाविद्यालय के आचार्य गण सहित भारी संख्या में स्वयं सेवक सेविकाओं की उपस्थित सराहनीय रही।
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