संदीप शाही (हेलमेट मैन)की कहानी
बिहार: (रामपुर सीमांचल) हेलमेट मैन यह नाम आज दिल्ली जैसे बड़े शहरो में किसी पहचान के मोहताज नही। एक ऐक्सिडेंट में अपनी पत्नी को गंभीर चोटे आने के बाद पूरी तरह टूट चुके हेड कॉन्स्टेबल श्री संदीप शाही जी ने। लोगो को सड़क सुरक्षा नियमो के बारे में एक ऐसा अनूठा तरीका लेकर आये जिससे आज पूरा दिल्ली उन्हें हेलमेट मैन के नाम से जानती है। अपने इस तरीको से आये दिन अनगिनत परिवारों को इस भयानक ऐक्सिडेंट से बचाने में अपना अहम योगदान दे रहे है।
जी हां हम बात कर रहे है अपने ही सिवान जिले से सटे एक पड़ोसी गांव के रहने वाले दिल्ली के हैडकांस्टेबल श्री संदीप शाही जी के बारे में।
संदीप शाही का संक्षिप्त परिचय:-
नाम- संदीप शाही (हैड कांस्टेबल दिल्ली)
पिता- श्री आयोध्या शाही
गांव- देवपुरा "सारण"
सारण (बिहार)
नोट- देवपुरा गाँव सारण जिले में आता है जो सिवान एकमा ब्लॉक के काफी नजदीक है और यही नजदीकी की वजह से अक्सर ओ सिवान से जुड़े रहते है।
आपको बता दे कि 37 वर्षीय संदीप शाही जी दिल्ली में हेड कांस्टेबल के पद पे कार्यकर्त है और अपने अनोखे अंदाज में लोगो को सड़क सुरक्षा नियमो के बारे में जागरूक कर रहे हैं ।
अपनी पत्नी को एक सड़क दुर्घटना में गंभीर चोटे आने के बाद उन्होंने सड़क सुरक्षा को लेकर अपने तरीको से लोगो को जागरुक करने की ठान ली ताकि किसी दुसरो का परिवार न टूटे। श्री शाही जी अपने कार्य के समय जिन लोगो के पास हेलमेट नही है उन्हें गिरफ्तार करने के बजाय पूरी तरह मार्गदर्षित कर मुफ्त में हेलमेट देते है और उन्हें भविष्य में ऐसा न करने की सलाह देते है । यह कार्य श्री शाही जी लगभग 5 सालो से खुद के
पैसों से निरंतर करते आ रहे है।
पैसों से निरंतर करते आ रहे है।
रामपुर से अनिल गुप्ता की रिपोर्ट
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