कुष्ठ रोग को जनपद से समाप्त करना ही लक्ष्य:डॉ विनोद
कुशीनगर।
बांसगांव सन्देश(फैजुल हक़)।
समाज में व्याप्त कुष्ठ रोग के प्रति लोगो के गलत धारणाओं को समाप्त करने तथा कुष्ठ रोग के विरुद्ध आखिरी युद्ध को चरितार्थ करने के लिए दिनांक 30 जनवरी से 13 फरवरी के बीच कुशीनगर जनपद में स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान एवं कुष्ठ पखवाड़ा चलाया जा रहा है जिसके तहत दिन शुक्रवार को जनता इंटर कालेज सोहंग, फाजिलनगर के प्रांगण में प्रधानाचार्या अनीता सिंह, समस्त शिक्षकगण- कर्मचारी एवं छात्र - छात्राओं तथा स्वास्थ्य विभाग से एनएम्एस, आरडी सिंह,शम्भू प्रसाद कुशवाहा, सुभाष गुप्ता, राम छबीला वर्मा, फिजियो थेरेपिस्ट प्रदीप गुप्ता की उपस्थिति में जिला कुष्ठ परामर्शदाता डॉ विनोद कुमार मिश्र ने कुष्ठ रोग को जनपद से समाप्त करने के लिए सभी लोगो से अपील की।
डॉ मिश्र ने कुष्ठ रोग के भ्रांतियों के बारे में बताया की समाज मे अभी भी कुछ लोगों को ये अंधविश्वास है कि वंशानुगत कारणों, अनैतिक आचरण,अशुद्ध रक्त,खान-पान की गलत आदतें जैसे दूध-मछली खाने,पूर्वपापकर्म,टोना- टोटका,श्राप आदि कारणों से कुष्ठ रोग होता है जो कि पूर्णतया गलत तथ्य है। कुष्ठ रोग एक जीवाणु माइको बैक्टीरियम लेप्रे के द्वारा होता है जो मरीज के द्वारा छीकने खाँसने, साँस आदि के माध्यम से फैलता है। इसके पश्चात कुष्ठ रोग के लक्षणों के बारे में बताया गया जिससे वो कुष्ठ रोग की पहचान आसानी से कर सके।कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों पर हल्के अथवा ताँबा के रंग के चकत्ते हो जाते है जिसमें सुन्नपन होता है उस स्थान पर सुई चुभने पर भी मनुष्य किसी प्रकार का कोई दर्द महसूस नहीं करता । इसके अलावा यदि हथेली अथवा पैर के तलवों में भी सुन्नपन हो रहा है वहाँ पर होने वाले घाव भी शीघ्रता से नहीं भरता तो कुष्ठ रोग की जांच अवश्य करानी चाहिए अन्यथा यदि कुष्ठरोग का उचित समय पर उपचार न किया जाये तो इससे शरीर के प्रभावित अंगो में दिव्यांगता हो सकती है ।कुष्ठ रोग का उपचार एमडीटी के द्वारा संभव है।कुष्ठ रोग का इलाज 6 माह से 12 माह तक चल सकती है जो मरीज के लक्षणों पर निर्भर करता है। जिस मरीज में MDT चल रही है उसमें कुष्ठ रोग फैलानी की क्षमता नहीं होती अतः ऐसे व्यक्तियो के साथ रह सकते है। इस रोग से डरने की जरूरत नही है बल्कि जल्द से जल्द इलाज कराकर ठीक होने की जरूरत है।कुष्ठ रोग से प्रभावित दिव्यांग पात्र व्यक्ति को 2500 रूपए मासिक पेंशन की व्यवस्था सरकार द्वारा की जाती है। कुष्ठ से दिव्यांग आरसीएस के पात्र व्यक्तियों के निःशुल्क रिकंस्ट्रक्टिव आपरेशन की भी व्यवस्था की जाती है।
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