दंगल के आयोजन में पहलवानों ने दिखाया कुश्ती में अपनी कला
सहजनवा बांसगांव संदेश
पाली विकासखंड के घघसरा बाजार में रविवार को कराए गए विराट दंगल प्रतियोगिता में, अनेकों जिलों से आए पहलवानों ने अपनी-अपनी कुश्ती कला का जौहर दिखाया और अपने दांव-पेंच से एक दूसरे को पटखनी दी ।
पाली विकासखंड के घघसरा बाजार में रविवार को कराए गए विराट दंगल प्रतियोगिता में, अनेकों जिलों से आए पहलवानों ने अपनी-अपनी कुश्ती कला का जौहर दिखाया और अपने दांव-पेंच से एक दूसरे को पटखनी दी ।
गोरखपुर, संत कबीर नगर, सिद्धार्थनगर,गोंडा, अयोध्या से आए पहलवानों ने भाग लिया । दंगल की अध्यक्षता कर रहे राष्ट्रीय पहलवान पन्नेलाल यादव ने कहा कि- भारतीय कुश्ती कला हमारी प्राचीन सभ्यताओं में प्रमुख कला है । सदियों से इस कला की लोकप्रियता घटने वाली नहीं है । कुश्ती को देखने के लिए आम जनमानस चाहे बड़ा- बूढ़ा बच्चा सभी लोग बड़े प्रेम से देखते हैं ।
कुश्ती कला केवल एक कला ही नहीं है, यह देश के युवाओं में शक्ति वर्धन का कार्य करती है और उन्हे मजबूत बनाती है । किसी देश की ताकत उस देश के युवा होते हैं । वह जितने ताकतवर मजबूत होंगे, वह देश उतना सुरक्षित व मजबूत होगा । अपने देश के साथ साथ दूसरों की भी सुरक्षा करने में समर्थ होगा ।
दंगल के आयोजक एवं संचालन कर रहे क्षेत्र के वरिष्ठ पहलवान राजन मिश्रा ने कहा की - कुश्ती कला दंगल प्रतियोगिता का अभिन्न अंग है और यह भारतीय समाज को एक सूत्र में बांधने का कार्य करता है । इस कला और इस प्रकार के आयोजन से समाज में एक दूसरे के प्रति सम्मान और प्रेम बढ़ता है । यही हमारी भारतीयता की ताकत है ।
पहलवानों में प्रमुख रूप से गोरखपुर के मोहदीपुर से आए पहलवान उमेश और पंचम पहलवान रेलवे से जोड़ कराया गया वहीं पहलवान सुभाष गोरखपुर तथा चकिया के शेषनाथ के बीच कुश्ती कराई गई ।
अजय पहलवान बेलवा डांडी तथा संजय पहलवान कैथवलिया, सिद्धार्थनगर जनपद के सोमनाथ त्रिपाठी तथा सेवई बाजार पहलवान से जोड़ कराई गई ।
दंगल प्रतियोगिता की आखरी कुश्ती गोरखपुर के राजन मिश्रा तथा जौनपुर सतीश जनपद के गामा पहलवान के बीच हुई जिसमें राजन मिश्रा ने, गामा पहलवान को पटखनी दी ।
इस अवसर पर प्रदीप सिंह, शंकर सिंह, संतोष कुमार, बबलू, ध्रुवनारायण,राजकुमार, देवी गुप्ता, बबलू भट्ट, निराला, सतीश समेत कई लोग मौजूद रहे।
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