सजा के घर में अपने गीता और कुरान रखती है_मिन्नत गोरखपुरी
चौरी चोरा शताब्दी महोत्सव के परिप्रेक्ष्य में महाराज सुहेलदेव महाराज जयंती के अवसर पर कवि सम्मेलन का आयोजन शहीद स्थल चौरी चौरा मेमोरियल चौ री चौरा में किया गया
गोरखपुर। संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश एवं जिला प्रशासन गोरखपुर के संयुक्त तत्वाधान में चौरी चोरा शताब्दी महोत्सव के परिप्रेक्ष्य में सुहेलदेव महाराज जयंती के अवसर पर एक कवि सम्मेलन का आयोजन चौरी चौरा मेमोरियल चौरी चौरा में किया गया। एसडीएम चौरी चौरा पवन कुमार और विधायक संगीता यादव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम की शुरुआत की।
इस अवसर पर एसडीएम चौरी चौरा पवन कुमार ने सभी कवियों को माला पहनाकर उनका स्वागत किया और उन्हें एक पुस्तक भी भेंट की। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ चारुशीला सिंह ने सरस्वती वंदना के साथ किया।कार्यक्रम का संचालन करते हुए मिन्नत गोरखपुरी ने कहा की शायर और कवि जो होता है वाह समाज का आईना होता है।
मिन्नत गोरखपुरी ने जैसे ही पढ़ा....
सजा के घर में अपनी गीता और कुरान रखते हैं,
जहां पर राम रखते हैं वहीं पर रहमान रखते हैं।।
लोगों ने खूब तालियां बजाई।
अध्यक्षता करते हुए पंडित भूषण त्यागी ने पढ़ा,
अंग्रेजों की हर मनमानी याद करो, चढ़ती जवानी याद करो।
हसते_२ जिस दिन खुद को मिटा दिया बंधु सिंह की जो चढ़ी जवानी याद करो।।
अपने जगह से खड़े होकर लोगों ने अभिवादन किया और चोरी चोरा के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर डॉ चारूशीला सिंह ने पढ़ा,
ये सदा ही याद रखिए हम इसे दे जायें क्या ,
ये कभी मत सोचिए हमको वतन ने क्या दिया ।।
भीमसेन "उज्जवल" ने पढ़ा,
राम कृष्ण की धरती पर प्रिय,क्या ऐसा भी हो सकता है?
मारने और मरने वाला,दो शहीद भला हो सकता हूं?
एकता उपाध्याय ने पढ़ा,
वीरों की शहादत औ बलिदान की खातिर,
चलो मुहब्बत की क्यारियों में फिर केसर उगाते हैं ।।
आरके भट्ट बावरा ने पढ़ा,
जब कभी आंचल पर तेरे दाग दुश्मन ने लगाया,
बांध केसरिया दीवाने लाल तेरे हो गए |।
अंत में चौरी चोरा की विधायक संगीता यादव ने सभी कवियों का धन्यवाद किया और कहा कि वह आमजन की प्रतिनिधि हैं और चौरी चोरा के लोगों की तरफ से सभी कवियों को धन्यवाद करती हैं सुंदर प्रस्तुति के लिए।
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