राजा सुहेलदेव बहुमुखी प्रतिभा के रहे धनी: हरिलाल
।गोला तहसील
क्षेत्र के विकास खण्ड बड़हलगंज में स्थित में प्राथमिक विद्यालय भीटी बाल व प्राथमिक विद्यालय धोबौली पर महाराजा सुहेलदेव राजभर की जयंती व बसंत पंचमी के पावन पर्व पर मां सरस्वती पूजन समारोह बड़े धूम-धाम से मनाया गया।प्रधानाध्यापक हरिलाल निषाद द्वारा शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ सर्व प्रथम मां सरस्वती के चित्र व महाराजा सुहेलदेव राजभर के चित्र पर माल्यार्पण कर व नमन कर कार्यक्रम काा शुभारम्भ किया।प्रधानाध्यापक श्री निषाद ने महाराजा सुहेलदेव राजभर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इनका जन्म 1009ई में श्रावस्ती में हुआ था। इनके पिता का नाम विहारी मल्ल एवं पिता का नाम श्रीमती जयलक्ष्मी था। सुहेलदेव राजभर की बहुमुखी प्रतिभा एवं लोकप्रियता को देखते हुए मात्र 18 वर्ष की आयु में सन 1027 ई में राजतिलक कर दिया गया।महाराजा सुहेलदेव राजभर श्रावस्ती से अर्ध-पौराणिक भारतीय राजा है कहा जाता है कि इन्होंने 11वी शततब्दी की शुरुआत में बहराइच में गजनवी सेनापति सैयद सालार मसूद गाजी को पराजित कर मार डाला था। ऐसे पराक्रमी महाराजा सुहेलदेव राजभर की जयंती पर उन्हें शत शत नमन करते हैं।इस अवसर पर प्रधानाध्यापक राम किशुन सिंह धर्मेंद्र कुमार राव अर्चना जायसवाल सरिता देवी संतोष कुमार रीता सिंह मालती सोनमती प्रेमबाला माधुरी नितिन पनिता बब्लू सोना देवी सहित आदि लोग मौजूद रहे।
कोई टिप्पणी नहीं
thanks for comment...