दोगुना टैक्स वसूली की डर से टोल प्लाजा बूथों पर लग रही भीड़
गोरखपुर: फास्टैग की अनिवार्यता को लेकर सड़क और परिवहन विभाग की सख्ती का असर टोल प्लाजा पर बने फास्टैग बूथों पर दिखने लगा है। अब जब वाहन स्वामियों को अहसास हो गया है कि सरकार छूट देने को तैयार नहीं है तो वे अपने ड्राइवरों को भेज फास्टैग कार्ड बनवाने लगे हैं। गोरखपुर जिले के तीनों टोल प्लाजा में फास्टैग के लिए लगे स्टाल पर वाहन स्वामियों की कतार देखी गई। तीनों टोल पर रोजाना 800 से 1000 से अधिक वाहन स्वामी अपनी गाड़ियों में फास्टैग लगवा हैं।
15 फरवरी की मध्यरात्रि से हुए नये बदलाव का असर साफ दिख रहा है। फास्टैग द्वारा ही गाड़ियों का टोल लेना अनिवार्य होने के बाद लोगों में भय है।
टोल बूथ पर पहुँचकर दोगुना पर्ची के नाम पर गाड़ी बैक करके फास्टैग बनवा रहे हैं। टोल मैनेजर नवीन शर्मा का कहना है कि अब टोल पर स्थिति यह है कि गाड़ी वाले रुककर फास्टैग बनवाकर ही टोल पार हो रहे हैं। नयंसर और शेरपुर चमराह टोल प्लाजा पर भी फास्टैग के स्टाल पर लोग कार्ड बनवाने को लेकर परेशान रहे। हालांकि इस दौरान कनेक्टिविटी के चलते लोगों को परेशान होना पड़ा।
तीन से चार दिन में सामान्य हो जाएगी स्थिति
एनएचएआई के परियोजना निदेशक सीएम द्विवेदी ने बताया कि फास्टैग बनवाने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। बिना फास्टैग वाली गाड़ियों की संख्या कम हो रही है। लोग बैंकों और अन्य पोर्टल पर फास्टैग की सुविधा ले रहे हैं। सभी टोल प्लाजा पर तीन से चार स्टॉल लगवाए गए हैं। तीन से चार दिन में स्थिति पूरी तरह सामान्य हो जाएगी।
ट्रक खड़ा कर बना रहे फास्टैग
ट्रक ड्राइवर अजय मौर्या बताते हैं कि बिहार से माल लेकर कल खलीलाबाद गया तो तेनुआ टोल पर दुगुना पर्ची कटी। जिससे नुकसान हुआ। आज गाड़ी से माल मजदूर उतार रहे हैं। हम फास्टैग बनवाने खलीलाबाद से तेनुआ टोल पर आये हैं, क्योंकि रात में कानपुर जाना है। वहीं कानपुर के रहने वाले ड्राइवर खलील ने बताया कि खलीलाबाद से फास्टैग बनवाने आएं है। हमें रात में गाड़ी लेकर बिहार जाना है। अगर फास्टैग नहीं रहेगा तो सभी टोल पर दोगुना पर्ची लेना पड़ेगा। जिससे ज्यादा नुकसान होगा। अब जब फास्टैग को लेकर छूट की उम्मीद नहीं है तो मालिक परेशान हुए हैं।
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