गगहा ः स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की मनाई गई पुण्यतिथि(केशभान राय)
गोला ः
--युगपुरुष और भविष्यद्रष्टा थे स्व. राय: -सरोज रंजन शुक्ल
गोला क्षेत्र के आनन्द विद्यापीठ इण्टर कालेज ककरही विद्यालय के प्रांगण में एक समारोह आयोजित कर शुक्रवार को विद्यालय के संस्थापक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पूर्व शिक्षा मंत्री शिक्षाविद् स्व० केशभान राय की 30 वीं पुण्य तिथि संस्थापक दिवस के रुप में मनाई गई।
--वह सादा जीवन उच्च विचार के पोषक थे। उनके आदर्शों पर चलना उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
यह बातें एमएलसी ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने आनन्द विद्यापीठ इंटर कालेज ककरही पर संस्थापक स्व. केशभान राय के 30 वी पुण्य तिथि पर कही।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि एमएलसी ध्रुवकुमार त्रिपाठी ने कहा कि पूर्वांचल में समाजवादी चिंतक के रूप में प्रसिद्ध जय प्रकाश नरायण, डा. लोहिया व नरेन्द्र देव की विचारधारा के पक्षधर तथा उनसे अनुप्राणित गोला ब्लाक के गोपलापुर गांव में जन्मे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी केशभान राय समाजवाद के सजग प्रहरी थे। वे देश को आजाद कराने में योगदान देने के साथ साथ क्षेत्र मे शिक्षा की अलख जगाने का कार्य भी स्व. राय ने किया। आज वह वट वृक्ष पूरी तरह फल फूल रहा है। वर्तमान में सरकारी विद्यालय नो प्रॉफिट नो लास पर आधारित है। बता दें कि कंपनी एक्ट को यह व्यवस्था देने पर सरकार को लाभ होगा। गणमान्य लोगों से मैं पूछना चाहता हूं कि जब यह विद्यालय कंपनी एक्ट से संचालित होंगे, तब एक माह का फीस नही भरने पर गरीब गार्जियन पर मुकदमा दर्ज हो जाएगा। विद्यालय को बदनाम करने, बंद करने की एक बड़ी साजिश रची जा रही है। बोर्ड परीक्षा में जहाँ कभी 13-13 पेपर हुआ करता था। वही आज प्रदेश का शिक्षा मंत्री सीना तानकर कहता है कि मैंने कोर्स को 30 परसेंट कर दिया। शिक्षा को व्यवसाय के रूप में देखने वाले लोग प्रैक्टिकल के विद्यालय खोल रहे है। बोर्ड फीस जहा 6 रुपये लगती थी, उसे बढ़ाकर 600 कर दिया गया है।
अंत मे विद्यार्थियों से कहे कि परिश्रम के अलावा दूसरा कोई विकल्प नही है। छात्र कड़ी से कड़ी मेहनत करें और ऊंचे पद पर पहुचें।
कार्यक्रम की शुरुआत द्वीप प्रज्ज्वलन व मां सरस्वती के प्रतिमा और केशभान राय के छाया चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। जिसकी अध्यक्षता विद्यालय के अवकाश प्राप्त पूर्व प्रवक्ता सरोज रंजन शुक्ल व मंच संचालन अजय कुमार शुक्ल ने किया।
अपने अध्यक्षीय भाषण में सरोज रंजन शुक्ल ने कहा कि एक स्व. राय युगपुरुष और भविष्यद्रष्टा थे।
इस कार्यक्रम में छात्र छात्राओं द्वारा नृत्य संगीत व नाटक तथा पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम भी किया गया। जिसमें सरस्वती वंदना में पुष्पांजलि शुक्ल, स्वागत गीत अस्मिता यादव, भजन अर्पित तिवारी, सामूहिक नृत्य युगल नृत्य देश भक्ति गीत हर्षिता, राष्ट्रगान आकांक्षा तिवारी आदि ने किया।
अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रमोद सिंह ने यहां पर उपस्थित सभी आगंतुक एवं विद्यालय परिवार का आभार व्यक्त किया।
इस कार्यक्रम में विद्यालय के प्रबंधक शिव प्रताप राय, संरक्षक रवि प्रताप राय, विनोद तिवारी, अनिल कुमार राय, रामजी प्रसाद, सतांशु राय, रामप्रकाश, रजनीश सिंह, बीरेंद्र, अनिल यादव, महेन्द्र प्रसाद, दीनानाथ, आनंद राय चौहान, सूरज गोंड, चंद्रमा चौधरी, महेंद्र प्रसाद, अजय सिंह पटेल, अवधेश मिश्र, दीपक सिंह, नागेन्द्र शर्मा, सुशील कुमार, अरुण प्रकाश राय, अमित आदि समस्त शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी तथा डॉ मनोज राय, अयोध्या राय, दिग्विजय पांडेय, दयाशंकर पांडेय, इन्द्रासन दुबे, तारकेश्वर चंद, रतन प्रकाश दूबे, राममूर्ति पाण्डे, सुरेन्द्र चंद, अशोक दुबे आदि गणमान्य उपस्थित रहे।
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