बेटे, बहु और पोती का दाह-संस्कार करते ही रो पड़े बुजुर्ग पिता
कहते हैं कि सबसे बड़ा कष्ट एक पिता के ऊपर पुत्र का जनाजा होता है। रविवार की देर शाम एक बुजुर्ग पिता ने लड़खड़ाते कदमों से बेटे के साथ ही बहू की भी चिता को मुखाग्नि दी। वहीं छह महीने की मासूम बच्ची का दाह संस्कार किया तो पूरे गांव के लोगों की आंखें नम हो गईं। बुजुर्ग पिता को बिलखते देख वहां मौजूद हर किसी का कलेजा फट जा रहा था। दंपती व मासूम बच्ची की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। रविवार की देर शाम कालेसर मोक्ष धाम पर एक साथ अंतिम संस्कार किया गया।
जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर जिले के सहजनवां के मुंडा गांव निवासी राजेश पांडेय पत्नी कुसुमलता और छह महीने की बच्ची कृतिका के साथ सहजनवां में इलाज कराने आए थे।
जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर जिले के सहजनवां के मुंडा गांव निवासी राजेश पांडेय पत्नी कुसुमलता और छह महीने की बच्ची कृतिका के साथ सहजनवां में इलाज कराने आए थे।
जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर जिले के सहजनवां के मुंडा गांव निवासी राजेश पांडेय पत्नी कुसुमलता और छह महीने की बच्ची कृतिका के साथ सहजनवां में इलाज कराने आए थे।
बाइक से तीनों वापस लौट रहे थे कि तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दिया। टक्कर इतनी भीषण थी कि बच्ची कुसुमलता की गोद से छूटकर दूर जा गिरी। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वहीं कुसुमलता और उसके पति राजेश भी गिर गए।
गंभीर चोट लगने से वह बेहोश हो गए। ग्रामीणों की मदद से पुलिस उन्हें अस्पताल ले जा रही थी। बच्ची की मौत से अंजान कुसुमलता को जैसे ही होश आया उसने बेटी के बारे में पूछा। लोगों ने सोचा इसकी जान बच जाए तो बताएंगे, लेकिन अस्पताल तक पहुंचते-पहुंचते पति राजेश पांडेय और कुसुमलता की भी सांसें थम गईं।
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