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    आज का पंचाग सोमवार 08 मार्च 2021


        । आज का दिन मंगलमय हो

    महा मृत्युंजय मंत्र – ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्‌। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्।।

    ☄️ _दिन (वार) – सोमवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से पुत्र का अनिष्ट होता है शिवभक्ति को भी हानि पहुँचती है अत: सोमवार को ना तो बाल और ना ही दाढ़ी कटवाएं ।
    सोमवार के दिन भगवान शंकर की आराधना, अभिषेक करने से चन्द्रमा मजबूत होता है, काल सर्प दोष दूर होता है।
    सोमवार का व्रत रखने से मनचाहा जीवन साथी मिलता है, वैवाहिक जीवन में लम्बा और सुखमय होता है।
    जीवन में शुभ फलो की प्राप्ति के लिए हर सोमवार को शिवलिंग पर पंचामृत या मीठा कच्चा दूध एवं काले तिल चढ़ाएं, इससे भगवान महादेव की कृपा बनी रहती है परिवार से रोग दूर रहते है ।
    विक्रम संवत् 2077 शर्वरी संवत्सर तदुपरि खिस्ताब्द आंग्ल वर्ष 2021
    शक संवत – 1942,
     कलि संवत 5122
    अयन – उत्तरायण
    ऋतु – सौर वसंत ऋतु
    मास – फाल्गुन माह
    पक्ष – कृष्ण पक्ष,
     तिथि - दशमी – 15:44 PM तक तत्पश्चात एकादशी
    तिथि के स्वामी –   दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी और एकादशी तिथि के स्वामी भगवान विश्वदेव जी है।
    नक्षत्र - पूर्वाषाढा – 20:40 PM तक
    नक्षत्र के देवता, ग्रह स्वामी- पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र के देवता (अष्ट वसुओं में से एक जल के देवता) और स्वामी शुक्र देव है।
    योग – व्यतीपात – 01:51 PM तक तत्पश्चात वरीयान
    _प्रथम करण : – विष्टि – 15:44 PM तक
    _द्वितीय करण : बव – 03:20 AM, 09 मार्च तक
    गुलिक काल : – दोपहर 1:30 से 3 बजे तक ।
    दिशाशूल - सोमवार को पूर्व दिशा का दिकशूल होता है । यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से दर्पण देखकर, दूध पीकर जाएँ ।
    राहुकाल - सुबह -7:30 से 9:00 तक।(इस काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है)
    सूर्योदय – प्रातः 06:30
    सूर्यास्त – सायं 18:24
    अभिजित मुहूर्त  दोपहर 12:08 PM से 12:56 PM तक
    विजय मुहूर्त दोपहर 02.30 PM से 03.17 PM तक
    निशिथ काल रात 12.07 PM से 12.56 AM तक (9 मार्च)
    गोधूलि मुहूर्त शाम 06.14 PM से 06.38 PM तक
    ब्रह्म मुहूर्त सुबह 05.00 AM से 05.49 AM तक (9 मार्च)
    अमृत काल दोपहर03:56 PM से 05:31 PM तक
    यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
    आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
    व्यतीपात योग - दोपहर 1 बजकर 50 मिनट तक
    वरीयान योग - कल दोपहर 12 बजकर 5 मिनट तक
    पाताल लोक की भद्रा- दोपहर 3 बजकर 45 मिनट तक
    आज का उपाय-मंदिर में मखाने चढ़ाएं।
    वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
    पर्व व त्यौहार- महर्षि दयानंद सरस्वती जयंती, विश्व महिला दिवस
    विशेष – दशमी तिथि को कलम्बी एवं परवल का सेवन वर्जित है। एकादशी को चावल और दाल नहीं खाना चाहिए। दशमी तिथि धर्मिणी और धनदायक तिथि मानी जाती है। पूर्णा नाम से विख्यात यह तिथि शुक्ल व कृष्ण दोनों पक्षों में मध्यम फलदायिनी मानी जाती है। दशमी को धन और धर्म प्रदान करने वाली तिथि माना जाता है। इस तिथि में वाहन खरीदना एवं सरकारी कार्यालयों से सम्बन्धित कार्यों को आरम्भ करने के लिये अत्यंत शुभ माना जाता है।

                         वास्तु टिप्स

    वास्तु शास्त्र में शनिवार को विभिन्न ग्रहों के मित्र, शत्रु और सम ग्रहों की चर्चा की थी और बताया था कि किसी ग्रह के मित्र, शत्रु और सम स्थिति को ध्यान में रखते हुए उनसे संबंधित चीज़ों की प्लेसमेंट करनी चाहिए। अतः उसी कड़ी में आज विस्तार से जानिए।
    आज जानिए सूर्य ग्रह के बारे में। हमने कल भी आपको बताया था कि सूर्य ग्रह के लिये चन्द्रमा, मंगल और गुरु मित्र हैं, बुध सम है, जबकि शुक्र और शनि ग्रह शत्रु हैं।
    अतः इस सबको ध्यान में रखते हुए आप सूर्य संबंधित चीज़ों जैसे सोना, गुड़, बाजरा, नमक आदि को चन्द्रमा, मंगल और गुरु संबंधी चीज़ों जैसे सफेद रंग की चीज़ों, चावल, दूध, पानी, चांदी, लाल रंग की चीज़ों, मसूर, शहद, लाल मिर्च, सिन्दूर, अग्नि से संबंधित चीज़ों या पीले रंग की चीज़ों जैसे पीतल, चना, हल्दी, केसर आदि चीज़ों के साथ रख सकते हैं।इसके अलावा बुध संबंधित चीज़ों या हरे रंग की चीज़ों को भी आप सूर्य की चीज़ों के साथ रख सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि सूर्य के शत्रु ग्रह, शुक्र और शनि से संबंधित चीज़ों के साथ सूर्य संबंधी चीज़ों को रखने से आपको बचना चाहिए। इससे आपको बेवजह की परेशानी हो सकती है।

               जीवनोपयोगी कुंजियां

    अच्छी खबर मिलने के चांस सपने में अगर बिल्ली अपने बच्चों के साथ नजर आए तो यह एक शुभ संकेत है। क्योंकि ऐसे में आप किसी खास रिश्तेदार या मित्र से जल्दी भी मुलाकात कर सकेंगे। बिल्ली को ऐसे देखना कोई अच्छी खबर सुनने के भी चांस होते है।
    छात्रों के लिए शुभ है सपने में बिल्ली देखना अगर आप बिल्ली को बचाते हुए सपना देखते हैं तो यह आपके लिए शुभ संकेत है। इसका मतलब होता है कि आपका सही समय आने वाला है और उसके लिए आपको थोड़ी और मेहनत करनी पड़ेगी। छात्रों के लिए ऐसा सपना देखने का मतलब है कि वह किसी प्रतियोगिता में जीत सकते हैं।
    सपने में बिल्ली को पालना सपने में बिल्ली को पालते हुए देखने का मतलब ये है की आपकी कोई समस्या है तो वो दूर होने वाली है। इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति बीमार है तो वो ठीक होने वाला है।
    सपने में बिल्ली को खाते हुए देखना सपने में बिल्ली को खाते हुए देखने का मतलब शुभ होता है। इसका मतलब ये होता है कि आपकी कोई पुरानी चीज खोई हुई है तो वो वापस मिल सकती है।
    सपने में जंगली बिल्ली देखना सपने में जंगली बिल्ली को देखने का मतलब ये होता है कि आपका लक्ष्य पूरा होनेवाले वाला है। यानि की आपने करियर या जीवन को लेकर जो भी सोच रखा है वो पूरा हो जाएगा।

               आरोग्य संजीवनी

    आंखों की रोशनी बढ़ाने और चश्मा हटाने के लिए घरेलू नुस्खे सबसे पहले आप अपने पैर को अच्छे से धो लें। और साफ कपड़े से पोंछ ले। और फिर सरसों के तेल से तलवे पर मालिश करें। यह उपाय रोजाना आप रात को सोने से पहले करें। जिससे आंखों की रोशनी बढ़ने लग जाती है।
    चश्मा हटाने के लिए और अपनी आंखों को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन-ए बहुत जरूरी होता है। इसलिए विटामिन-ए से भरपूर फल और सब्जियां डाइट में शामिल करें।
    नंगे पैर हरी घास में चलने से आपकी आंखों की रोशनी तेज होती है। इसके अलावा शहतूत की पत्तियां और गुलाब की पत्तियों को एक गिलास पानी में डाल कर रखें। उसके बाद उस पानी से अपने आंखों को धोए।
    आंवला आंखों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। अगर आप रोजाना एक आंवले का सेवन करते हैं। तो इससे आपकी आंखों की रोशनी बहुत जल्द ही तेज होने लगेगी।
    10 ग्राम छोटी इलायची में 20 ग्राम सौंफ मिलाकर पीस लें। इस मिश्रण का एक चम्मच रोजाना दूध के साथ सेवन करें। इस उपाय को करने से आंखों की कमजोरी दूर होने लगती है।
    अखरोट के तेल से आंखों के आसपास मालिश करने से चश्मे का नंबर कम होने लगता है। रोजाना ऐसा करने से आपकी आंखों की रोशनी बढ़ने लगेगी।

                 गुरु भक्ति योग

    जो आपको नीचे गिराने की कोशिश करता है उस व्यक्ति की सोच पर तरस खाओ क्योंकि वह व्यक्ति पहले से ही तुमसे नीचे है।'

            इस कथन का अर्थ है कि कई लोगों की सोच ऐसी होती है जिसे सुनते ही लगता है क्या हैं ये लोग। ऐसे व्यक्ति से बिल्कुल भी घृणा नहीं करनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इस तरह की सोच वाला व्यक्ति पहले ही सी नीचे गिरा हुआ है। इस वजह से आप उससे घृणा ना करें।
             असल जिंदगी में ऐसे कई लोग होते हैं जो आपसे जलते तो हैं लेकिन जाहिर नहीं करते। हालांकि कई बार उनके हाव भाव और बातचीत के तरीके से ऐसा सामने वाले को पता चल जाता है कि वो आपको पसंद नहीं करते। या फिर कई बार उनके दिल की बात इस तरह से सामने आती है कि आपको अंदाजा भी नहीं होगा। ऐसे लोगों की सोच बहुत संकीर्ण होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसे लोग सिर्फ वो सोचते हैं या फिर वो करते हैं जो उन्हें करना अच्छा लगता है।
            वो सिर्फ सामने वाले में कमियां ही निकालते हैं। दूसरों की अच्छाइयां या फिर दूसरों को आगे बढ़ता हुआ देखना उन्हें बिल्कुल भी नहीं लगता। इसी वजह से वो दूसरों की बुराई करके उन्हें नीचा गिराने की कोशिश करते हैं। अगर आप ऐसे किसी व्यक्ति को जानते हो तो उससे बिल्कुल भी नफरत ना करें बल्कि उन पर दया करें। इसी वजह से आचार्य श्री गोपी राम ने कहा है कि जो आपको नीचे गिराने की कोशिश करता है उस व्यक्ति की सोच पर तरस खाओ क्योंकि वह व्यक्ति पहले से ही तुमसे नीचे है।


    शास्त्रों के अनुसार यमराज जी मृत्यु के देवता कहे गए हैं। यह भगवान सूर्य और उनकी पत्नी संज्ञा के पुत्र है, यमुना अर्थात (यमी)  इनकी जुड़वां बहन और मनु इनके भाई कहे गए है। यमराज की पत्नी  का नाम देवी धुमोरना तथा इनके पुत्र का नाम कतिला है।
    यमराज जी का वाहन महिष / भैंसे को माना गया हैं। वे समस्त जीवों के शुभ अशुभ कर्मों का निर्णय करते हैं।
    इस दिन इनकी पूजा करने, इनसे अपने पापो के लिए क्षमा माँगने से जीवन की समस्त बाधाएं दूर होती हैं, निश्चित ही सभी रोगों से छुटकारा मिलता है,  नरक के दर्शन नहीं होते है अकाल मृत्यु के योग भी समाप्त हो जाते है।इस तिथि को धर्मिणी भी कहा गया है। समान्यता यह तिथि धर्म और धन प्रदान करने वाली मानी गयी है । दशमी तिथि में नया वाहन खरीदना शुभ माना गया है।। 

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