कोरोना के प्रति लापरवाही घातक हो सकती है।
यह समय आम दिनो जैसा नही है।देश मे दोबारा कोरोना के केस तेजी से बढने से प्रधानमंत्री से लेकर सभी राज्य सरकारे चिन्तित है कि
कोरोना दोबारा अपना पहले जैसा रूप धारण न कर सके इसके लिए गाईड लाईन भी जारी कर दी गई है।लेकिन शायद बहराइच प्रशासन इससे बेखबर है।
मालूम हो कि कोरोना महामारी फैलने से पहले शहर के चौक बाजार स्थित गुरूद्वारा से लेकर नानपारा मस्जिद और स्टील गंज तालाब तक सैकडो फुटपाथ पर दुकाने इतवार को लगने से इतनी भीड जुटती है कि शहर के इस मुख्य मार्ग से गुजरना मुश्किल होता है।वाहनो के चलने से जाम लगता रहता है।
इस चौक बाजार से हर कोई गुजरता है।यहां पर ना दो गज की दूरी है और ना ही मास्क जरूरी है।इस भीड मे अधिकांश महिलाएं होती है।इनमे किसी को क्या पता कौन पाजिटिव या पीड़ित है।
फुटपाथ पर लगने वाली इस समय की फुटपाथ बाजार से साफ जाहिर होता है कि किसी वजह से लापरवाही बरती जा रही है।अब सवाल उठता है कि इसका जिम्मेदार कौन है।क्या उसे सरकार का भी भय नही है।
दूसरी बात अहम यह भी है कि रोजाना यातायात पुलिस अपनी सक्रियता दिखाने के लिए शहर की सडको पर खड़े वाहनो को सुबह से शाम हकालते मिलते है।लेकिन रविवार को लगने वाली इस बाज़ार के समय वह भी गायब रहते है।
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