होलिका दहन रविवार को,जानिए शुभ मुहूर्त
बांसगांव सन्देश। (रूपेश बरनवाल)। रंगो के त्योहार होली पर्व से 1 दिन पूर्व पड़ने वाला होलिका दहन इस बार रविवार को पड़ेगा। खरवास के कारण प्राय: रविवार एवं मंगलवार को सम्मत जलाना शुभ नहीं माना जाता लेकिन इस बार वृद्धि योग पूर्णिमा तिथि के कारण रविवार को शाम 6:05 से रात 12:40 तक होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त है। वृद्धि योग के कारण सूर्यास्त के बाद होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त है।इस बार मित्र नामक औदायिक योग भी बन रहा है। पंचांग के अनुसार 28 मार्च को पूर्णिमा तिथि रात 12:40 तक है सूर्यास्त के समय शाम 6:05 से लेकर रात 12:40 तक है। सूर्यास्त के समय शाम 6:05 से लेकर रात 12:40 तक पूर्णिमा तिथि में होलिका दहन के लिए मुहूर्त है। इस दौरान कभी भी होलिका दहन किया जा सकता है। पंडित त्रियुगी नारायण शास्त्री ने बताया कि रविवार या मंगलवार को खरवास माना जाता है। इसलिए इस दिन सम्मत जलाना शुभ नहीं माना जाता है। इस बार वृद्धि योग और पूर्णिमा के कारण रविवार को सम्मत जलाने के लिए मुहूर्त है। ज्योतिषाचार्य पंडित मृत्युंजय बाबा ने बताया कि होलिका दहन में इस बार वृद्धि योग है।इसलिए होलिका दहन में बेल का फल, गेहूं की बाली या नया अन्य जरूर होलिका में डाले। इससे धन में वृद्धि और आरोग्यता प्राप्त होगी। दहन के समय "होलिकायै नमः" मंत्र से पूजन करें। होली के दिन आम्र मंजरी का सेवन शुभकारी माना जाता है। इसलिए होली के दिन अपने इष्ट देव के पूजन के बाद आम का मोजर का सेवन जरूर करें। होलिका दहन के लिए बसंत पंचमी के दिन ही विधि विधान से पूजन के बाद पहले से निर्धारित स्थान पर सम्मत के रूप में बांस लगा दिया जाता है।जिन जगहों पर बसंत पंचमी के दिन सम्मत नहीं लग पाता, वहां महाशिवरात्रि के दिन भी सम्मत लगाने की परंपरा है। बहुत सी जगहों पर होली के 4 दिन पहले पड़ने वाले रंगभरी एकादशी के दिन भी सम्मत लगाया जाता है।
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