गोरखपुर में वायरल वीडियो बना प्रशासन के लिए सरदर्द
उत्तर प्रदेश सरकार को तुगलक कहने वाले प्रबंधक के ऊपर गोरखपुर बीएसए ने की कार्रवाई
बांसगांव,गोरखपुर। बांसगांव संदेश। गोरखपुर में वायरल वीडियो प्रशासन के लिए सरदर्द बना हुआ है जिसको लेकर बीएसए गोरखपुर भूपेंद्र नारायण सिंह ने खंड शिक्षा अधिकारी बॉसगाँव राजेश श्रीवास्तव को जांच सौंपी है।
वीडियो में बच्चों को एक व्यक्ति द्वारा गुमराह किया जा रहा है, सरकार के विरोध में बच्चों को भड़काया जा रहा है। इस व्यक्ति की पहचान दीपक कनौजिया के रूप में हुई है जो ग्राम सभा कोटियामानसिंह में स्थित डॉ.भीमराव अंबेडकर विद्यालय, बांसगांव का प्रबंधक है।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्दे नजर स्कूलों में 8 दिन का अवकाश घोषित होने से उक्त विद्यालय के प्रबंधक दीपक कनौजिया भड़क गए। उन्होंने विद्यार्थियों को एकत्रित किया और सरकार के आदेश को गलत करार देते हुए संविधानिक कदम उठाने तक की धमकी दे डाली। ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस प्रशासन और शिक्षा विभाग के अफसर उनकी तलाश में जुटे हैं।।
बीएसए गोरखपुर ने दिए निर्देश: बीएसए गोरखपुर बीएन सिंह ने खंड शिक्षा अधिकारी को विद्यालय की मान्यता तत्काल रद्द करने और अध्यापक के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
खंड शिक्षा अधिकारी बॉसगाँव राजेश श्रीवास्तव को ने बताया कि वायरल वीडियो में विद्यालय बॉसगाँव विकासखंड का भीमराव अंबेडकर विद्यालय कोटियामानसिंह है जिसके दीपक कनौजिया प्रबंधक हैं। उन्होंने बताया कि गुरुवार को मौके पर विद्यालय बंद मिला व बात करने की कोशिश की गई तो बात नही हो पाई। वर्तमान में यह विद्यायल मान्यता प्राप्त है। फिलहाल सम्बंधित रिपोर्ट बीएसए को भेजी जा रही है।
प्रबंधक दीपक कनौजिया ने कहा: निजी विद्यालय के शिक्षक व विद्यार्थियों की चिंता किसी को नहीं है। एक साल तक स्कूल बंद रहे लेकिन कुछ नहीं किया गया। फीस माफ कर दी गई। अब दोबारा विद्यालय बंद करने का सिलसिला शुरू हो गया है। यह शिक्षकों,विद्यार्थियों और अभिभावकों के लिहाज से ठीक नहीं है। इस पर मैंने राय रखी है। वायरल वीडियो मेरा है। जहां जरूरत पड़ेगी वहां जवाब देंगे।
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