महिला दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में महिलाओं को किया गया सम्मानित
ब्रह्मपुर गोरखपुर। श्यामा मल्ल महाविद्यालय अमहिया गोरखुपर में अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि प्रो. छाया रानी पूर्व विभागाध्यक्ष संस्कृत विभाग गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर रहीं। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। महाविद्यालय के छात्राओं द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि ने फीता काट कर किया। प्रदर्शनी में हस्तनिर्मित घरेलू उपयोग की अत्यंत कुशलता से बनाई वस्तुओं की सराहना मुख्य अतिथि ने किया। उन्होंने अनेक दृष्टांतो के माध्यम से नारी सम्मान पर विचार रखे। डॉ. अखिलेश कुमार त्रिपाठी ने अपने वक्तव्य में स्त्री सम्मान और उनको आगे आने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति से मजबूत होने पर जोर दिया। योगेंद्र यादव जिज्ञासु ने नारी को संवेदनशील और सहनशील बताया। उन्होंने कहा कि नारी 24 घण्टा में 18 घंटे काम करने के बाद भी यही सुनती है कि करती क्या हो?
पूर्व सांसद फिरंगी प्रसाद विशारद की पुत्री निशी चौधरी ने अपने वक्तव्य में कहा कि स्त्री अपने मर्यादा में रहते हुए इस समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाती हैं लेकिन जब उपेक्षित होती है तो उसका हृदय टूट जाता है। प्राचार्य धनंजय यादव ने अपने संबोधन में महिला दिवस के इतिहास को रेखांकित करते हुए वर्तमान परिदृश्य में स्त्री की भूमिका और उसके सम्मुख समस्यों को एक चुनौती बताया। उन्होंने कहा कि परिस्थितियां बदल चुकी है अब महिला बहुत आगे आ चुकी हैं। उनके स्थिति में लगातार सकारात्मक सुधार हो रहा है। लेकिन वह दिन दूर नही जब स्त्री-पुरुष में भेद का अंत हो जाएगा। कार्यक्रम में कोरोना काल में सेवा देने वाली महिला कांस्टेबल सुनीता यादव एवं सरिता यादव को तथा स्वास्थ्य विभाग से निशी चौधरी एव अन्य को अंगवस्त्र के साथ स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया ।
थाना झंगहा के सब इंस्पेक्टर शिव कैलास यादव को महिला सुरक्षा में भागीदारी हेतु सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन गरिमा यादव ने किया तथा इस मौके पर कॉलेज के प्रबंधक भगत सिंह,पुरुषोत्तम तिवारी, शिक्षक गणों में डॉ. यदुकुल श्री इदुलक्ष्मी अजय सिंह भास्कर मल्ल विद्या सागर मल्ल कुलदीप विवेक यादव सर्वजीत पटवा एवं महाविद्यालय के कर्मचारीगण के साथ भारी तादात में छात्र- छात्राएं मौजूद रहीं।
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