बिलख पड़ी मानवता 24 घंटे बाद हुआ कोरोना पाजीटिव के शव का अंतिम संस्कार
ककरही।आदित्य यादव। (बांसगांव संदेश) गगहा थाना क्षेत्र के रामनगर चौराहे पर किराए के मकान में रहने वाले पीएब्लूडी कर्मचारी की कोरोना से मौत होने के बाद उनके शव को परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता और सुस्त रवैये से खफा होकर स्वयं अपने निजी साधन से गजपुर घाट पर ले जाकर दाह संस्कार किया। देवरिया जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के बरांवगाँव निवासी पीएब्लूडी विभाग गोरखपुर में कार्यरत कर्मचारी जो कि बाँसगाव तहसील क्षेत्र के रामनगर चौराहे पर किराए का मकान लेकर रहते थे।
बीते दिनों चुनावी ड्यूटी के बाद उनकी तबियत खराब हुई तो बुधवार को बाँसगाव सीएचसी में कोरोना जाँच में वो कोरोना पॉजिटिव निकले। गुरुवार के दिन घर पर ही उनकी मौत हो गयी। जिसकी सूचना परिजनों द्वारा स्वास्थ्य विभाग और तहसील प्रशासन को दी गई। लेकिन 24 घण्टे बीतने के बाद भी जब प्रशासनिक स्तर पर दाह संस्कार के लिए जब कोई व्यवस्था नहीं की गई तो स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन खफा घर के लोगों ने निजी साधन द्वारा गजपुर घाट पर ले जाकर दाह संस्कार कर दिया।
कोविड गाइड लाइन के अनुसार कोविड पाॅजिटिव केस में मौत होने पर प्रशासनिक और स्वास्थ विभाग के निदेशन में अंतिम संस्कार किया जाता है। लेकिन इस मामले में लापरवाही का आलम ऐसा रहा कि बिलखते परिजन 24 घंटे तक इंतजार करते रहे। लेकिन सूचना के बाद भी सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई। मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना में एक सरकारी कर्मचारी के मृत शरीर के साथ ऐसी हरकत करने वाले स्वास्थ विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों की सभी लोगों ने निंदा की। वहीं परिजनों ने अपने स्वास्थ को जोखिम में डालकर स्वयं अंतिम संस्कार किया।
इस संदर्भ में उपजिलाधिकारी बॉसगाँव विनय पांडेय ने कहा जिले पर सूचना दे दी गई थी कि वहां से टीम आकर दाह संस्कार कराएगी परन्तु 24 घण्टे बाद भी कोई नहीं पहुँचा।
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