कोरोना से एक सप्ताह में तीन विधायकों की मौत
*कोरोना से एक सप्ताह में तीन विधायकों की मौत*
कोरोना संक्रमण की दूसरी खतरनाक लहर में यूपी विधानसभा के तीन सदस्य हमेशा के लिए बिछुड़ गए। पहले रमेश चंद्र दिवाकर, फिर सुरेश श्रीवास्तव और अब केसर सिंह। एक हफ्ते में तीन सदस्य दिवंगत हो गए। अब तक पांच विधायकों की कोरोना से जान जा चुकी है। कोरोना की पहली लहर में पिछले साल दो मंत्री चेतन चौहान व वरुण रानी भी दिवंगत हो गए थे। यूपी की 17वीं विधानसभा में अब तक एक दर्जन विधायकों की मृत्यु हो चुकी है। इनमें कम से कम 5 विधायक तो कोरोना के ही शिकार हो गए। कोविड संक्रमण के चलते ही पिछले साल व इस साल विधानमंडल सत्र भी सोशल डिस्टेंसिंग व कोविड प्रोटोकाल के तहत संक्षिप्त समय के लिए ही आहुत किए गए थे।
*17 वीं विधानसभा के यह सदस्य हो गए दिवंगत*
कमल रानी घाटमपुर(कानपुर शहर), चेतन चौहान नौगाँव सादात (अमरोहा), जगन प्रसाद गर्ग आगरा, जन्मेजय सिंह देवरिया, पारस नाथ यादव मल्हनी(जौनपुर)मथुरा प्रसाद पाल सिकन्दरा (कानपुर देहात),रमेश चन्द्र दिवाकर(औरैया),रामकुमार वर्मा पटेल निघासन(खीरी) लोकेन्द्र सिंह नूरपुर(बिजनौर)वीरेन्द्र सिंह सिरोही (बुलंदशहर) सुरेश कुमार श्रीवास्तव लखनऊ व केसर सिंह बरेली।
*रिक्त सीट पर उपचुनाव होना मुश्किल*
यूपी विधानसभा में अब तीन सीट रिक्त हैं लेकिन इन पर उपचुनाव करा पाना मुश्किल होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि वर्तमान में कोरोना संक्रमण अभी काफी बढ़ा हुआ है। चूंकि अगले साल फरवरी में 18 वीं विधानसभा के लिए आम चुनाव होना है, जिसमें 9 महीने ही बचे हैं। ऐसे में उपचुनाव के आसार काफी कम ही हैं। वैसे नियमानुसार सीट रिक्त होने के छह महीने में ही चुनाव कराने का नियम है। चुनाव कराने या न कराने का निर्णय चुनाव आयोग को ही करना है।
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