स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय भी सोशल मीडिया के जरिये कर रहा है जागरूक
गोरखपुर।कोविड के बढ़ते मामलों और दंडात्मक प्राविधान के कारण लोगों ने मॉस्क पहनना शुरू तो कर दिया है लेकिन ढेर सारे लोग इसका सही तरीके से प्रयोग नहीं कर रहे हैं। ऐसे लोगों के मॉस्क पहनने का कोई मतलब नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि सही तरीके से मॉस्क न पहनना कोविड की जद में आने का खतरा बढ़ा देता है।
मॉस्क पहनने से लेकर उसके निस्तारण तक सतर्कता आवश्यक है। अगर इस प्रक्रिया में चूक होती है तो मॉस्क के जरिये भी बीमारी का प्रसार हो सकता है। इस संबंध में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भी सोशल मीडिया के जरिये अभियान चला कर लोगों को जागरूक कर रहा है।अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डॉ. नंद कुमार का कहना है कि मॉस्क के प्रति सतर्कता का व्यवहार नितांत आवश्यक है। मॉस्क को डोरी के जरिये ही पहनना चाहिए और डोरी की मदद से ही उतारना चाहिए। जहां एक से अधिक लोग आसपास हों वहां मॉस्क न उतारें। अकेले बैठे हों तो मॉस्क उतार सकते हैं। खासतौर से भोजन करते समय यह ध्यान दें कि मॉस्क अकेले में उतारें। मॉस्क को कभी भी सामने से पकड़ कर न उतारें। मॉस्क पहनते समय ऊपर की डोरी हमेशा पहले बांधनी चाहिए। ढेर सारे लोग मॉस्क नाक के नीचे पहनते हैं जो कि सही तरीका नहीं है। सभी को सुनिश्चित करना चाहिए कि मॉस्क से मुंह और नाक अच्छी तरह से ढंका हो। मॉस्क इतनी सख्ती से भी न बांधें कि सांस लेने में परेशानी हो। आवश्यक नहीं है कि सभी लोग एन-95 मॉस्क पहने। कपड़े के दो लेयर मॉस्क के ऊपर एक सर्जिकल मॉस्क पहन कर भी कोविड से बचाव किया जा सकता है।
मॉस्क पहनने से लेकर उसके निस्तारण तक सतर्कता आवश्यक है। अगर इस प्रक्रिया में चूक होती है तो मॉस्क के जरिये भी बीमारी का प्रसार हो सकता है। इस संबंध में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भी सोशल मीडिया के जरिये अभियान चला कर लोगों को जागरूक कर रहा है।अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डॉ. नंद कुमार का कहना है कि मॉस्क के प्रति सतर्कता का व्यवहार नितांत आवश्यक है। मॉस्क को डोरी के जरिये ही पहनना चाहिए और डोरी की मदद से ही उतारना चाहिए। जहां एक से अधिक लोग आसपास हों वहां मॉस्क न उतारें। अकेले बैठे हों तो मॉस्क उतार सकते हैं। खासतौर से भोजन करते समय यह ध्यान दें कि मॉस्क अकेले में उतारें। मॉस्क को कभी भी सामने से पकड़ कर न उतारें। मॉस्क पहनते समय ऊपर की डोरी हमेशा पहले बांधनी चाहिए। ढेर सारे लोग मॉस्क नाक के नीचे पहनते हैं जो कि सही तरीका नहीं है। सभी को सुनिश्चित करना चाहिए कि मॉस्क से मुंह और नाक अच्छी तरह से ढंका हो। मॉस्क इतनी सख्ती से भी न बांधें कि सांस लेने में परेशानी हो। आवश्यक नहीं है कि सभी लोग एन-95 मॉस्क पहने। कपड़े के दो लेयर मॉस्क के ऊपर एक सर्जिकल मॉस्क पहन कर भी कोविड से बचाव किया जा सकता है।
जिला क्वालिटी एश्योरेंस कंसल्टेंट डॉ. मुस्तफा खान का कहना है कि ढेर सारे लोग मॉस्क को सरका कर दाढ़ी पर रख लेते हैं। यह उचित व्यवहार नहीं है। जब कुछ खाना या पीना हो तो मॉस्क को सही तरीके से उतार कर रख दें। मॉस्क को हमेशा खूंटी पर टागें। अगर गलती से किसी सतह पर मॉस्क रख दिया है तो उसे सेनेटाइज करना ना भूलें। अपने मॉस्क को कभी भी सामने से न छुएं। मॉस्क हटाते समय नीचे की डोरी पहले खोलें। मॉस्क को डोरी की सहायता से ही उतारना चाहिए। कपड़े का मॉस्क है तो धुल कर पुनः इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन अगर सर्जिकल मॉस्क है तो उसे धुल कर इस्तेमाल करना सुरक्षित नहीं है। एक ही सर्जकल मॉस्क को कई दिनों तक इस्तेमाल न करें। खांसते-छींकते समय मॉस्क का इस्तेमाल अवश्य करना चाहिए।
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