एडीजी कार्यालय में तैनात हेड कांस्टेबल को गिरा हुआ मिला पर्स
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश पुलिस अक्सर विवादों को लेकर सुर्खियों में रहती है, लेकिन पुलिस विभाग में ईमानदार कर्तव्यनिष्ठ साफ-सुथरी छवि वाले पुलिस के जवान मौजूद हैं उन्हें कोई जानता ही नहीं एडीजी कार्यालय में तैनात हेड कांस्टेबल जयप्रकाश भारती ईमानदारी का मिसाल पेश करते हुए 27 अप्रैल को छात्रसंघ चौराहे पर ब्रेकर के पास गिरा हुआ पर्स पाया ईमानदार हेड कांस्टेबल जयप्रकाश भारती ने आधार कार्ड के आधार पर शिवांश सिंह चौहान पुत्र पंकज चौहान निवासी दाउदपुर गोरखपुर को खोजने का प्रयास किया लेकिन अभी तक शिवांश सिंह चौहान अपने पर्स को लेने के लिए एडीजी कार्यालय में तैनात हेड कांस्टेबल जयप्रकाश भारती के पास नहीं पहुंच पाए हैं श्री भारती ने बताया कि 27 अप्रैल को एक व्यक्ति हमारे आगे आगे अपने गाड़ी से चल रहा था ब्रेकर पर उसका पर्स छात्रसंघ चौराहे के पास गिर गया हम उक्त व्यक्ति को चिल्लाते रह गए हैं लेकिन उक्त व्यक्ति निकल गया पर्स को हम अपने पास रखे हुए हैं उस पर्स में आधार कार्ड बैंक के कुछ प्रपत्र एवं रुपए मौजूद हैं सही अपना पता आईडी कार्ड के साथ पहुंच कर एडीजी कार्यालय में तैनात हेड कांस्टेबल अजय भारती के मोबाइल नंबर 8423101691पर सम्पर्क करते हुये शिवांश सिंह चौहान पुत्र पंकज चौहान निवासी दाउदपुर अपना रुपया और पत्रों को प्राप्त कर सकते हैं।पुलिसकर्मी ने अपने काम से विभाग समेत सभी को गौरवान्वित किया है।हेड कांस्टेबल जयप्रकाश भारती ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है। अक्सर जब हम पुलिस की बात करते हैं तो हमारे मन में अलग-अलग तरह के विचार आते हैं। लेकिन इस जवान ने इस तरह की सभी सोच को गलत साबित किया। उत्तर प्रदेश पुलिस के इस जवान ने सराहनीय काम किया है, जिसकी विभाग समेत चारों तरफ तारीफ हो रही है। हेड कांस्टेबल जयप्रकाश भारती जैसे ईमानदार पुलिसकर्मी की जरूरत आज मौजूदा सिस्टम में है, जिससे पीड़ित और वंचित लोगों को समय पर न्याय और मदद मिल सके।
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