कोरोना ड्यूटी में तैनात सदर तहसील के लेखपाल रमाकांत गुप्ता की कोरोना से हुई मौत
गोरखपुर । वैश्विक महामारी कोरोना काल की दूसरी लहर इतनी खतरनाक है कि इसकी चपेट में आने से लोगो की मौत हो जा रही है लेकिन जिला प्रशासन की लापरवाही देखिए आम आदमी तो आम आदमी जिला प्रशासन ने अपने कर्मचारियों को अभी तक मास्क व सैनिटाइजर उपलब्ध नहीं कराया। जबकि जिला प्रशासन ने जनपद के 38 कोविड हॉस्पिटल पर लेखपाल और अमीन की ड्यूटी लगाई गई है जो ऑक्सीजन सप्लाई से लेकर हॉस्पिटल पर अपनी निगाह बनाए हुए हैं । ऐसे में जान हथेली पर रखकर काम कर रहे कर्मचारी इसकी चपेट में आने से संक्रमित हो जा रहे हैं ऐसी एक ह्रदय विदारक घटना सदर तहसील के भटहट ग्राम में कार्यरत लेखपाल रमाकांत गुप्ता कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए । जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दिनांक 28 अप्रैल को उनका निधन हो गया। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आपदा राहत कोष के लिए 20 करोड़ गोरखपुर जिले को दिए इसके बावजूद भी जिला प्रशासन अपने कर्मचारियों को जान जोखिम में डालकर उनसे ड्यूटी कराई जा रही है और घोर लापरवाही बरती जा रही है कर्मचारियों को ना तो अभी तक मास्क व सैनिटाइजर उपलब्ध कराया गया है किसी तरीके से वह अपने खर्चे से अपने आप को सुरक्षित रखते हुए काम कर रहे हैं लेकिन जिला प्रशासन का यह रवैया कहीं ना कहीं अपने ही कर्मचारियों को संक्रमण की चपेट ने लाने को मजबूर कर रहा है।
लेखपाल संघ के अध्यक्ष दिनेश कुमार पंकज ने बताया कि आपदा कार्यालय द्वारा किसी भी तहसील को अभी तक मास्क व सैनिटाइजर उपलब्ध नहीं कराया गया है। जबकि हमारे साथी जान जोखिम में डालकर अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहे हैं।
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