एडीजी जोन ने मीट एप के जरिये एसओजी , स्वाट व सर्विलांस टीम के साथ बैठक में दिया जरूरी दिशा निर्देश
*जोन के हर थाने पर एसओजी की तरह बनेगी एक टीम*
*एक थाने की टीम में शामिल होंगे दो या तीन सिपाही*
*यह टीम एसओजी के साथ सामंजस्य बिठाकर अपराध व अपराधियो पर करेगी कार्यवाई*
*पांच जिलों की एसओजी टीम 15 दिन तक गोरखपुर में रहकर करेगी काम*
*एडीजी जोन ने मीट एप के जरिये एसओजी , स्वाट व सर्विलांस टीम के साथ बैठक में दिया निर्देश*
गोरखपुर। अपराध व अपराधियो पर लगाम लगाने के लिए अब जोन के हर थाने की विशेष टीम बनेगी। जो उस जिले की एसओजी, स्वाट व सर्विलांस टीम के साथ सामंजस्य बिठाकर इलाके में हुए अपराध का पर्दाफाश व इनामी अपराधियो की गिरफ्तारी करेगी साथ ही उनपर प्रभावी कार्यवाई के लिए सूचनाएं एकत्र करेगी। थाने की इस टीम में दो या तीन की संख्या में सिपाही नियुक्त होंगे। यह निर्णय मंगलवार को मीट एप के जरिये जोन के सभी जिलों के एसओजी, स्वाट व सर्विलांस टीम के प्रभारियों के साथ समीक्षा बैठक में एडीजी जोन अखिल कुमार लिया है।
इसके अलावा जोन के पांच जिलों कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर व श्रावस्ती जिले की एसओजी ,स्वात व सर्विलांस टीम अपने एकुटमेंट के साथ बुधवार को गोरखपुर आएगी। ये पांचों जिलों की टीम यंहा 15 दिन तक रहेंगी और एसएसपी के पर्यवेक्षण में एसपी साउथ तथा एसपी क्राइम के निर्देशन में यंहा काम करेंगी तथा यंहा के बड़े मामलों का पर्दाफाश व इनामियो की धरपकड़ में मदद करेंगी। 15 दिन बाद इसी तरह अन्य पांच जनपद की टीमें भी किसी दूसरे जनपद में जाकर 15 दिन तक काम करेंगी।
दरअसल मंगलवार को मीटिंग में एडीजी ने अनवर्क आउट मामलों की समीक्षा की। इनामी अपराधियो की समीक्षा करते हुए एडीजी ने पेशेवर लुटेरों तथा सक्रिय बदमाशो को सूचीबद्ध कर कार्यवाई करने का निर्देश दिया। एडीजी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार एसओजी की तर्ज पर विशेष टीम बनाने के लिए पहले जोन के सभी थानेदारों से राय ली गयी थी। सबने इसकी प्रशंशा करते हुए कहा कि अगर इस तरह से टीम बनाकर सामंजस्य बिठाकर काम हो तो मामलों के निस्तारण व अन्य वर्क आउट केस को अनावरण में सहयोग मिलेगा।
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