गोरखपुर जनपद के किसानो के गेहूं के डंठल जलकर तहस-नहस हो रहे हैं और किसान भूसा के लिए परेशान हो रहे हैं
गोरखपुर/ गोला मनोज मिश्रा : गोरखपुर ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों द्वारा खेतों में छोड़ रखे गेहूं के डंठल को पछुआ हवा आग की चिंगारियां अपने आवेश में लेकर तहस-नहस करने में लगी है | वही जिससे अब किसानों के लिए पशुओं का भूसा इकट्ठा करने में नाकों चने चबाना पड़ेगा जो कहावत है, कि 9 की लकड़ी 90 का खर्च करने के लिए गरीब किसानों को अपने पशुओं के लिए| भूसा उपलब्ध कराने में मजबूर होना पड़ेगा। आज सुबह से चल रहे पछुआ हवा से किसान अधिक चिंतित हैं की हमारे पशुओं को भूसा कैसे बनाया जाए जो कि हमारे पशुओं का पेट भरे नहीं तो हम अपने पशुओं के लिए क्या उपलब्ध करेंगे खाने के लिए, यह किसानों में अधिक चिंता का विषय बना हुआ है||
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