10वीं और 12वीं की परीक्षाओं पर फैसलों में होगी देरी, जारी हुआ नया फरमान
10वीं और 12वीं की परीक्षाओं पर फैसलों में होगी देरी, जारी हुआ नया फरमान
इस बीच उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने उच्च स्तरीय बैठकों के बाद प्रदेश के सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को एक नोटिस जारी कर निर्देश दिया था कि वे 18 मई तक यूपी बोर्ड कक्षा 10वीं के सभी छात्रों के छमाही एग्जाम व प्री-बोर्ड एग्जाम के प्राप्तांक और पूर्णांक परिषद की आधिकारिक वेबसाइट https://upmsp.edu.in / पर अपलोड कर दें।
नौवीं कक्षा के भी विषयवार अंक मांगे
यूपी बोर्ड की ओर से 2021 की हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में शामिल हो रहे परीक्षार्थियों के छमाही एवं प्री-बोर्ड परीक्षा के अंक मांगे जाने के बाद अब बोर्ड ने इन परीक्षार्थियों के नौवीं के वार्षिक परीक्षा के अंक भी मांगे हैं। इस संबंध में यूपी बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल की ओर से जिला विद्यालय निरीक्षकों को भेजे पत्र में कहा गया है कि सत्र 2020-21 एवं परीक्षा वर्ष 2021 के हाईस्कूल परीक्षार्थियों का नौवीं कक्षा के वार्षिक परीक्षा के विषयवार अंक वेबसाइट https://upmsp.edu.in/ पर 24 मई, 2021 तक हर हाल में अपलोड करवाएं।
प्रोजेक्ट कार्य के लिए पूर्णांक 30 अंक
यूपी बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल की ओर से जिला विद्यालय निरीक्षकों (डीआईओएस) को भेजे पत्र में कहा गया है कि स्कूलों से हाईस्कूल के परीक्षार्थियों के वार्षिक परीक्षा के विषयवार लिखित एवं प्रयोगात्मक (प्रोजेक्ट) परीक्षा के पूर्णांक एवं प्राप्तांक बोर्ड की वेबसाइट https://upmsp.edu.in/ पर 24 मई की शाम तक अपलोड करवा दें। बोर्ड सचिव की ओर से कहा गया है कि लिखित परीक्षा के प्राप्तांक के लिए हर विषय का विषयवार पूर्णांक 70 अंक तथा प्रोजेक्ट कार्य के लिए विषयवार पूर्णांक 30 अंक तय किया गया है।
पहले यह था आदेश
बोर्ड सचिव की ओर से कहा गया है कि यदि किसी विद्यालय की सूचना अपलोड नहीं होती है तो उसके लिए जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक सीधे जिम्मेदार होंगे। इससे पहले बोर्ड ने जिला विद्यालय निरीक्षकों से हाईस्कूल के छात्रों के दसवीं के छमाही एवं प्री बोर्ड परीक्षा के अंक 20 मई, 2021 तक वेबसाइट https://upmsp.edu.in/ पर अपलोड करने का निर्देश दिया था।
12वीं के छात्र जारी रखें अपनी तैयारी
एक तरफ जहां हाईस्कूल यानी 10वीं के छात्रों को स्टूडेंट्स को प्रमोट करने की कवायद तेज कर दी गई है, वहीं दूसरी ओर इंटर के बोर्ड छात्रों के सामने अभी भी असमंजस की स्थिति है। ऐसे में 12वीं छात्रों के लिए यही सलाह है कि वे अपनी तैयारी करते रहें।
लेकिन समस्या यह भी
इस आदेश के बाद स्कूलों के सामने एक समस्या खड़ी हो गई है। गत वर्ष कक्षा 09 के छात्रों को प्रमोट कर दिया गया था, कई स्कूल ऐसे थे जो वार्षिक परीक्षा नहीं करा पाए थे। ऐसे स्कूलों के पास छात्रों के अंक नहीं होंगे। वहीं, बोर्ड की यह व्यवस्था भी पहली बार है, जिसमें पूर्ववर्ती कक्षा के प्राप्तांक पूछे गए हों। अधिकांश स्कूलों के पास कक्षा 09 के अंकों का रिकॉर्ड भी जल्दी से उपलब्ध नहीं होगा। ऐसी परिस्थिति में स्कूल मनमाने अंक अपलोड कर सकते हैं। इनके फलस्वरूप कक्षा 10वीं के परिणाम में छात्रों को नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
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