2 दिन का बारिश भी नहीं झेल पाया झारखंड विधानसभा का नया भवन
उत्तराखण्ड। बांसगाव संदेश। रणधीर कुमार
चक्रवाती तूफान यास का असर पुल के बाद अब झारखंड विधानसभा भवन पर भी दिख रहा है या यूं कहें कि सरकारी सिस्टम का पोल खोल रहा है। करोड़ों की लागत से बना भवन 2 दिन की बारिश भी ठीक से झेल नहीं पाया। भवन के फर्स्ट फ्लोर के पश्चिमी हिस्से के कॉरिडोर की सीलिंग टूटकर गिर गयी। सामान्य दिनों की तरह कामकाज चलता तो बड़ी घटना हो सकती थी। पश्चिमी हिस्से में विधानसभा सचिव के कक्ष के समीप यह घटना हुई है। विधानसभा सचिव के कार्यालय कक्ष के साथ-साथ यहां कई अधिकारियों का कक्ष है।
झारखंड में निर्माण कार्य की गुणवत्ता और सरकारी राशि के दुरुपयोग को लेकर समय-समय पर कई सवाल उठते रहे हैं। बीते दिनों रांची के तमाड़-बुंडू इलाके में कांची नदी पर करीब 10 करोड़ रुपए की लागत से बने पुल के उद्घाटन के पहले ही ढह जाने की घटना से सरकारी सिस्टम की पोल खोल कर रख दी। अब विधानसभा भवन की खबर पर अलग-अलग तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
विधानसभा का नया भवन 465 करोड़ की राशि में बना है। 39 एकड़ में फैले इस नये विधानसभा परिसर का उदघाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। नया भवन 4 वर्षों में बन कर तैयार हुआ था।इसके निर्माण में गुणवत्ता को लेकर सवाल उठते रहे हैं। विधानसभा की ओर से कई बार सरकार को पत्र भेजे गये हैं। झारखंड में निर्माण कार्य की गुणवत्ता और सरकारी राशि के दुरुपयोग को लेकर समय-समय पर कई सवाल उठते रहे हैं। विधानसभा के सचिव महेंद्र प्रसाद ने भवन निर्माण विभाग को पत्र भेज कर सीलिंग की मरम्मत कराने के साथ-साथ पूरे भवन में जलजमाव व फॉल्स सीलिंग की स्थिति का जायजा लेने का आग्रह किया है।
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