जिला पंचायत अध्यक्ष पद पाने में भाजपा के 4 सदस्यों की कमी
जनपद में जिला पंचायत के 24 सदस्य हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष बनने के लिए 13 सदस्यों का बहुमत जरूरी है। चुनाव परिणाम के बाद जो नतीजे सामने आए थे, उसमें भाजपा के समर्थन से पांच, सपा के चार, रालोद के तीन व बसपा के दो के अलावा 10 निर्दलीय सदस्य थे।उसके बाद नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य निर्दलीय सीमा उपाध्याय भाजपा में शामिल हो गई। इससे भाजपा के के छह सदस्य हो गए। भाजपा हाल ही निष्कासित 11 बागियों में जीतकर आए तीन सदस्यों को भी अपने पाले में मान रही है, क्योंकि इनका निष्कासन वापस हो चुका है। इसमें वार्ड तीन से जीतकर आए सोनू चौहान, पांच से शीला यादव, छह से रानू जादौन हैं। इन्हें मिलाकर भाजपा नौ पर अटकी है। बहुमत का आंकड़ा पाने के लिए चार सदस्य और चाहिए। वार्ड 14 से जीतकर आईं सीमा उपाध्याय जिला पंचायत अध्यक्ष की दावेदार हैं। जिलाध्यक्ष गौरव आर्य का दावा है कि उनके पास नौ सदस्य हो गए हैं। इससे पार्टी मजबूत स्थिति में है। कुछ और भी संपर्क में हैं। भाजपा का ही जिला पंचायत अध्यक्ष होगा।
विपक्ष भी बना रहा गणित : विपक्ष की ओर से सपा और रालोद के सात सदस्य हैं। उन्हें छह सदस्यों की जरूरत है। वह भी निर्दलीयों पर डोरे डालकर अपना अध्यक्ष बनाने में जुटे हैं। विपक्ष की ओर से रालोद के समर्थन से जीते प्रदीप चौधरी गुड्डू की दावेदारी सामने आ रही है।
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