अर्थी बाबा ने की 72825 शिक्षक भर्ती 2012 को पूरा करने की मांग
गोरखपुर। राजन यादव उर्फ अर्थी बाबा ने प्रधानमंत्री पोर्टल पर पत्र लिखकर 72825 शिक्षक भर्ती 2012 को पूरा करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बसपा सरकार जाने के पहले नवम्बर 2011 में बेसिक शिक्षा विभाग में 72825 पदों पर शिक्षक भर्ती लेकर आई। ये भर्ती टीईटी के आधार पर होनी थी लेकिन भर्ती पूरी होने के पहले ही सूबे में सपा सरकार आ गई। सपा ने इस भर्ती को रोककर दिसम्बर 2012 में इन्हीं पदों पर नई 07/12/2012 शिक्षक भर्ती विज्ञापन निकाली। नई भर्ती के नियम बदलकर इसे टीईटी की जगह अकादमिक मेरिट के आधार पर करने का फैसला हुआ। इसके चलते दोनों भर्तियां कोर्ट में जाकर फंस गई। उच्च न्यायलय ने बसपा सरकार के विज्ञापन को बहाल करते हुए फैसला सुनाया कि भर्ती टीईटी मेरिट पर ही हों। उसके बाद सपा सरकार सुप्रीम कोर्ट के तरफ रुख की। उसके पांच साल बाद 25 जुलाई 2017 को जस्टिस दीपक मिश्रा और यूं.यू.ललित साहब ने फैसला सुनाया कि दोनों विज्ञापन सही है नये विज्ञापन 07/12/2012 शिक्षक भर्ती विज्ञापन पर भर्ती के लिए छूट दी कि सरकार चाहे तो भर्ती कर सकती हैं। एकेडमिक मेरिट पर भर्ती नहीं हो सकीं। जबकि तमाम बेरोजगारों ने 07/12/2012 शिक्षक भर्ती विज्ञापन के लिए हर एक-एक अभ्यर्थी 50/60 जिलों में प्रति जिला में 500 रुपए के हिसाब से फार्म भरें थे, कई कई अभ्यर्थियों ने 60 जिलों में भर कर 30 हज़ार की फीस का फार्म जमा कर दिया था ऐसे हज़ारो अभ्यर्थी थे जिस विज्ञापन में 72825 पद थे इसके अनुसार लगभग 290 करोड़ फीस एकत्रित हुए , लेकिन आज तक उनको न्याय नहीं मिला, न ही भर्ती की गई । अर्थी बाबा ने कहा कि तत्काल उक्त 7 दिसम्बर 2012 विज्ञापन द्वारा सहायक अध्यापक भर्ती को बहाल किया जाय और सुप्रीम कोर्ट के उक्त आदेश का पालन किया जाय , जिससे लाखों युवाओं के ओवरएज के वजह से उनका भविष्य खराब न हो ।
अर्थी बाबा ने कहा कि मेरी मांग पूरी नही हुई तो हम उक्त अभ्यर्थियों के साथ जन्तर मंतर पर धरना व सुप्रीम कोर्ट का सहारा लेंगे ।
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