मतगणना में तैनात अध्यापक का पुलिस ने तोड़ा और पैर,सिर मे भी लगी गंभीर चोट
देवरिया। बांसगाव संदेश। रणधीर कुमार
इस कोरोना महामारी में जैसे तैसे चुनाव को संपन्न कराया गया। कोरोना से हो रहे मृत्यु को देखते हुए कोई भी कर्मचारी ड्यूटी नहीं करना चाह रहा है और जिनकी ड्यूटी लगी उनके ऊपर प्रशासन का डंडा बरस रहा है। ये घटना बनकटा ब्लॉक का है जहा पुलिस प्रशासन ने अपना पूरा गुस्सा एक शिक्षक पर निकाला।
आशीष कुमार यादव प्राथमिक विद्यालय ब्रह्मपाली ,विकास क्षेत्र बनकटा जिला देवरिया में सहायक अध्यापक पद पर तैनात है। इनकी निर्वाचन मतगणना ड्यूटी पत्थरदेवा ब्लॉक में लगी थी। ड्यूटी के लिए आशीष मतगणना स्थल पर समयानुसार पहुँचे। आशीष के कहे अनुसार इनके खाने पीने का समान समाप्त हो जाने के कारण ये अपनी मोटरसाइकिल से खाने और पीने का समान लेने के लिए चौराहे पर पहुंचे। चौराहे पर पहुंचते ही वहां पहले से तैनात इंस्पेक्टर प्रदीप शर्मा ने आशीष को पिछे से लाठी से मारा। इस घटना के घटित होने के बाद अध्यापक आशीष ने बताया कि मेरी ड्यूटी मतगणना मे लगी है, आप बिना कुछ पूछे ही क्यूँ मर दिए। ये सब सुन कर इंस्पेक्टर और उसके साथ 3,4 पुलिस वाले गुस्सा होकर आशीष को बेरहमी से पीटना चालू कर दिए। पिटाई के कारण अध्यापक के हाथ और पैर दोनों की हड्डियाँ टूट गई और सिर मे भी गंभीर चोट आई है। अध्यापक ने इंस्पेक्टर और कांस्टेबलो पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
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