हजारों कोरोना संक्रमित परिवार के घर पहुंच कर कर चुके है मदद समाजसेवी आज़ाद पाण्डेय
गोरखपुर। कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर की भव्यता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि इस बीमारी से संक्रमित लोगों के सगे संबंधी और परिवार के लोग भी साथ छोड़ दे रहे हैं । ऐसे में गोरखपुर का एक ऐसा युवा साथी जो कुंडी खटकाव अभियान के तहत कोरोना संक्रमित परिवार तक पहुंच रहा है उनकी हर संभव मदद के लिए तैयार रहता है। दूसरी लहर के दौरान अब तक 5000 कोरोना संक्रमित के पास पहुंच कर उनका हालचाल लिया और उन्हें खाने-पीने की सामग्री उपलब्ध कराई इतना ही नहीं समाजसेवी आज़ाद पांडेय ने सड़क के किनारे बैठे भूखे प्यासे को खुद अपने हाथों से खाना भी खिलाया। आज़ाद पांडेय रोटी बैंक के बैनर तले अपने चंद साथियों के साथ मिलकर समाज सेवा का बीड़ा उठाया है उनका कहना है कि इस कोरोना संक्रमण के दौरान अगर आपके आसपास किसी घर का दरवाजा अगर 24 घंटे के अंदर नहीं खुला है तो उसके घर पर जाकर कुंडी खटकाव अभियान के तहत हर संभव उसकी मदद कर रहा है। उन्होंने कहा कि अगर आपको डर लगता है तो हमारे नंबर पर सूचना दें हम उन तक पहुंचेंगे और उनकी मदद करेंगे मीडिया से बात करते हुए आजाद पांडेय ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान बहुत से परिवार में मौत के बाद लोग अंतिम संस्कार में भी जाने से कतरा ने लगे हैं एक ऐसी घटना ने दिल को झकझोर दिया शाहपुर क्षेत्र के पादरी बाजार में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी पिछले 24 घंटे से शव अंतिम संस्कार के इंतजार में बैठा था घर में अकेली बेटी पिता का कैसे अंतिम संस्कार करें वह रात भर शव के पास बैठ कर रोती रही जब इसकी सूचना समाजसेवी आजाद पांडे को हुई तो उन्होंने उस घर पर पहुचकर घर से शव को बाहर निकाला और उसका अंतिम संस्कार खुद अपने हाथों से कराया जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ लोगों ने आजाद पांडेय के इस कार्य की जमकर प्रशंसा की आज़ाद पांडेय ने कहा कि हॉस्पिटलों का आलम यह है कि वहां पर नर्स और स्वीपर के भरोसे हॉस्पिटल चल रहे हैं ऐसे अस्पतालों में पहुंचकर लोगों की मदद की उन्हें खाने-पीने के सामान मुहैया कराए गए । कोरोना संक्रमितों के पास पहुंचकर उनका हालचाल लिया और उनके मनोबल को भी बढ़ाया क्योंकि इस संक्रमण काल के दौरान संक्रमित व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार हो जाता है और उसके पास खुद उसके परिवार के सदस्य भी जाने से कतराते हैं ऐसे संक्रमित से बातचीत करके उन्हें हिम्मत देने का भी काम समाजसेवी आज़ाद पांडे ने किया । आज़ाद पांडेय का संक्रमण काल के दौरान कोरोना संक्रमितों के लिए किसी मसीहा से कम नहीं है जो उन तक पहुंच रहे हैं और उन्हें हर संभव मदद उपलब्ध करा रहे हैं ऐसे समाजसेवी के हौसले और जज्बे को सलाम एक सवाल के जवाब में आजाद पांडे ने कहा कि डर तो सबको लगता है लेकिन इस महामारी के दौरान अगर सभी लोग डर के मारे घर में ही दुबके रहेंगे तो लोगों की मदद कौन करेगा ऐसे लोगों की मदद जरूर करें मदद ना कर पाए तो उन्हें जरुर सूचना दें रोटरी बैंक के सदस्य उन तक पहुंचेंगे और उन्हें खाने-पीने दवा आदि चीजें उपलब्ध कराया जाएगा।
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