ताऊ ते के बाद यास का कहर,ऐसे आपदा के बीच कैसे होगा गरीबों का गुजर
पकड़ी,गोरखपुर।देश पर वैश्विक महामारी का अभी संकट नहीं टल पाया की चक्रवाती ताऊ ते तूफान देश पर संकट लेकर आ गया।ज्ञातव्य हो कि चक्रवाती तूफान ताऊ ते 'अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान' रहा । ये तूफान भारत के पश्चिमी तट पर दक्षिण से उत्तर की तरफ आगे बढ़कर गुजरात के समुद्री तट पर पहुंच खूब तबाही मचाया था।अभी एक पखवाड़ा भी नहीं बिताकि बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान यास बेहद रौद्र रूप धारण कर चुका है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में यास तूफान के तांडव को देखते हुए बिहार समेत कई राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है। वहीं पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकार ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जोखिम वाले क्षेत्रों से लाखों से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है।वहीं इस चक्रवाती तूफान का असर जनपद के दक्षिणांचल में भी देखने को मिल रहा है।बता दें कि बुधवार से ही दिन में कई बार बूंदाबांदी होता रहा और बृहस्पतिवार को तो पूरा दिन बारिश होता रहा, जिससे तापमान में भारी गिरावट हुई है।मालूम हो कि लगातार दो दिन चक्रवाती तूफान से मौसम खराब होने से बृहस्पतिवार को तो सावन भादो जैसा दिन हो गया बुधवार की रात से बृहस्पतिवार दिन भर रुक रुक कर बारिश होती रही।बेमौसम हो रही बारिश से जीवन अस्तव्यस्त हो गया है।इस लगातार एक न एक हो रहे आपदा में रोजमर्रा मजदूरों ,गरीबों का तो गुजर बशर करना मुश्किल हो गया है।
कोई टिप्पणी नहीं
thanks for comment...