परिषदीय विद्यालयों के तीन दर्जन अनुदेशकों की नौकरी पर खतरा, निरस्त हो सकता है नवीनीकरण
गोरखपुर। बांसगांव संदेश।
जनपद के परिषदीय विद्यालयों में तैनात 485 अंशकालिक अनुदेशकों के नवीनीकरण की कार्रवाई शुरू हो गई है। 31 मई तक अनुदेशकों के नवीनीकरण की तिथि निर्धारित की गई है। विभाग द्वारा तय मानक पर खरा नहीं उतरने के कारण इनमें से तीन दर्जन अनुदेशकों के नवीनीकरण पर तलवार लटक रही है। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय तीन सदस्यीय समिति लेगी।
नवीनीकरण प्रक्रिया के तहत मानक पर खरा नहीं उतरने वाले तीन दर्जन अनुदेशक चिह्नित किए गए हैं। इनमें से कुछ जिस विद्यालय में तैनात हैं वहां छात्र संख्या सौ से कम है। जबकि नियमत: विद्यालय में छात्र संख्या सौ या उससे अधिक होनी चाहिए। इसी प्रकार कई अनुदेशकों की विद्यालय पर उपस्थिति मानक के अनुरूप नहीं है तथा कुछ अनाधिकृत रूप से मेडिकल या अवैतनिक अवकाश पर रहे हैं, जाे नियमत: देय नहीं है।
तीन सदस्यीय कमेटी करेगी अंतिम फैसला :
ये जितने भी मामले सामने आए हैं इन सभी को जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय नवीनीकरण समिति के समक्ष रखा जाएगा। इस समिति के उपाध्यक्ष मुख्य विकास अधिकारी तथा सचिव जिला बेसिक शिक्षाधिकारी हैं। अब इन्हीं लोगों पर निर्भर है कि नवीनीकरण निरस्त करें अथवा सभी को सेवा का अवसर प्रदान करें। बहरहाल, तीन दर्जन अनुदेशकों की धड़कनें बढ़ गई हैं।
नवीनीकरण के नियम
अंशकालिक अनुदेशकों का शैक्षिक सत्र में कार्यकाल 11 माह का होता है। 1 जुलाई से 31 मई तक मानदेय देय होता है। 31 मई तक नवीनीकरण पूर्ण किए जाने का है प्रावधान, निर्धारित तिथि तक नवीनीकरण नहीं होन पर स्वत: नवीनीकरण मान लिया जाएगा। जिस स्कूल में तैनाती होनी है वहां छात्रों का नामांकन सौ या उससे अधिक होना जरूरी है।
बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि
अंशकालिक अनुदेशकों के नवीनीकरण की प्रकिया चल रही है। जो अनुदेशक मानक पूरा करेंगे उन्हीं का नवीनीकरण किया जाएगा। मानक पूरा नहीं करने वाले अनुदेशकाें की अलग सूची तैयार की जाएगी। जिस पर समिति अंतिम निर्णय लेगी। नवीनीकरण की प्रक्रिया 31 मई तक पूर्ण की जानी है।
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