साम्यवादी विचारधारा के समर्थक थे भगवान परशुराम : राजेंद्रनाथ त्रिपाठी
बड़हलगंज।बैसाख शुक्ल पक्ष अक्षय तृतीया पर भगवान परशुराम की जयंती कोरोना महामारी के चलते सांकेतिक रूप से मनाई गई। अखिल भारतीय महासभा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके विचारों को आत्मसात किया।
अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्रनाथ त्रिपाठी ने भगवान परशुराम लोक नेतृत्वकर्ता हैं। उनका वर्ण व जाति से कोई संबंध नहीं है। परशुराम क्रांति के शंखनाद थे। वे पीड़ितों शोषितों के सहारा थे। भगवान परशुराम ने किसी जाति विशेष नहीं बल्कि समाज में व्याप्त अराजकता, अत्याचार और अन्याय के खिलाफ शस्त्र उठाया था। जो समाज व देश के दुश्मन थे। उन्हें गलत स्वरूप में प्रस्तुत किया जाता है। जो पूरी तरह निराधार है। उन्हें कोई लोभ नहीं था। वे हर वर्ग के अत्याचारी शासकों का विनाश किये थे। शुक्रवार को क्षेत्र के टाड़ा गांव में भगवान परशुराम के अवतरण दिवस पर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान हवन पूजन कर प्रसाद वितरण किया गया। अंत में नवनियुक्त ग्राम प्रधान दयाशंकर तिवारी, हरिराम गुप्ता, पूर्व प्रधान सुभाष तिवारी, अजय तिवारी सहित अन्य लोगों को गमछा, सैनिटाइजर, मास्क, भगवान परशुराम का चित्र देकर सम्मानित किया गया।
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