देवरिया पुलिस पर गंभीर आरोप
किशोरियों को पूछताछ के लिए जबरन ले गई पुलिस ने गालियां देकर पिटाई किया और धमकाया।
कुशीनगर।देवरिया पुलिस ने पूछताछ के नाम पर नाबालिग लड़कियों से जिस तरह का सुलूक किया, उससे हर कोई हैरान है। सात घंटे बाद देवरिया की रामपुर कारखाना पुलिस से छूटकर लौटी बेटियों ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ गंदी बातें कीं, गाली दी और पिटाई भी की। साथ में मौजूद महिला पुलिसकर्मी भी गाली देने में पीछे नहीं रहीं। इन लड़कियों के पिता ने मुख्यमंत्री से प्रकरण की जांच कराकर न्याय की गुहार लगाई है।
खड्डा थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली दो बहनों को बृहस्पतिवार की दोपहर में पुलिस की वर्दी में कुछ लोग जबरन अपनी प्राइवेट गाड़ी में बैठाकर ले गए थे। दोनो कक्षा 10 व छह की छात्रा है, जिन्हें पूछताछ के नाम पर रामपुर कारखाना पुलिस बिना खड्डा पुलिस को बताए ही जबरदस्ती ले गई। उच्चाधिकारियों के दबाव पड़ने पर सात घंटे बाद खड्डा लाकर छोड़ा था। इस सात घंटे में जो हुआ, उसके बारे में लड़कियों ने बताया कि पुलिसवालों ने उनके साथ बहुत बुरा बर्ताव किया। उन्होंने गाली दी, तमाचा मारा और बाल पकड़कर धक्का दिया। साथ में मौजूद महिला पुलिसकर्मियों ने भी मारपीट की और शिकायत करने पर धमकी दी कि स्कूल का मुंह तक नहीं देख पाओगी।
लड़कियों का कहना है कि वे बार बार कह रही थीं कि हम लोग कुछ नहीं जानते हैं, फिर भी पुलिस कर्मी नहीं मान रहे थे। शाम को पिता के नंबर पर फोन लगाया, परंतु बात नहीं करने दिया। जब खड्डा थाने से फोन गया, तब लेकर खड्डा थाने आये। लड़कियों के पिता ने उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुवे मुख्यमंत्री से इस मामले की जांच व दोषी पुलिसवालों पर कार्रवाई की मांग की है। लड़कियों के पिता ने बताया कि अभी तक दोषी पुलिसवालों पर कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है। बच्चियों को साथ घंटे तक अपहृत कर प्रताड़ित करने वालों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। हमें न्याय चाहिए।
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*राजेश मणि की शिकायत का हुआ असर*
मानव सेवा संस्थान के निदेशक राजेश मणि ने उत्तर प्रदेश बाल आयोग के अध्यक्ष को इसकी जानकारी दी तब जाकर इस मामले में अफसरों ने सक्रियता दिखाई। प्रकरण से राष्ट्रीय बाल आयोग, डीजीपी, एडीजी, डीआईजी, डीएम, एसपी आदि को भी अवगत गराया गया है। राजेश मणि ने बताया कि उनके शिकायती ट्वीट के जवाब में देवरिया पुलिस की तरफ से एएसपी ने बयान जारी कर गलती मानते हुए जांच कराए जाने की बात कही है। राजेश मणि ने सीओ खड्डा के बयान को गलत बताते हुए इसे उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाने की बात कही है।
नाबालिग लड़कियों को जबरदस्ती पूछताछ के लिए ले जाने के इस मामले में कुशीनगर सांसद विजय कुमार दुबे ने भी कार्रवाई की बात कही है। कुशीनगर सांसद ने इस कृत्य को अशोभनीय व अवैधानिक बताते हुए कहा है कि नाबालिग लड़कियों को इस तरह से उठाकर ले जाना निंदनीय और बाल अधिकारों का हनन बताया है। इनके माता पिता की मांग पर दोषी पुलिसवालों पर कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होंने आगे बताया कि उपरोक्त प्रकरण को उच्चस्तर से उठाया जायेगा।
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