गोरखपुर: एक माह में चार गुना हो गए कोविड़ अस्पताल, लेकिन अब भी कहीं बेड खाली नहीं
गुरुवार से AIMS में भी शुरू हो गई है कोरोना मरीजों का इलाज
गोरखपुर। बांसगांव संदेश।कोरोना से लडने के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। सरकार के सहयोग से अस्पतालों, बेडों व वेंटीलेटरों की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है। लेकिन संक्रमण उससे भी तेजी से बढ़ रहा है। इसलिए सुविधाएं कम पड़ जा रही हैं। गोरखपुर में पिछले एक माह में कोरोना अस्पतालों की संख्या 11 से 47 हो गई। लेकिन आज भी कहीं बेड खाली नहीं हैं। मरीज परेशान हैं। वे कोविड कमांड सेंटर में फोन कर रहे हैं, वहां से भी उन्हें भर्ती होने में कोई मदद नहीं मिल पा रही है।
अप्रैल से पहले सिर्फ एक अस्पताल, अब संख्या 47 हुई
अप्रैल के पहले केवल एक कोरोना अस्पताल यहां संचालित हो रहा था। बाबा राघव दास मेडिकल कालेज के 300 बेड कोरोना वार्ड में मरीज भर्ती किए जा रहे थे। इसके बाद इनकी संख्या बढ़ाई गई। एक अप्रैल को जिले में मेडिकल कालेज सहित 11 अस्पताल हो गए। लेकिन वे कम पडऩे लगे। लगातार अस्पतालों की संख्या बढ़ाई जा रही है लेकिन मरीजों को जगह नहीं मिल पा रही है। 12 मई को जिले में कुल 47 कोविड अस्पताल हैं। 2056 बेड हैं। 169 वेंटीलेटर हैं। जबकि एक अप्रैल को बेडों की संख्या 907 थी और वेंटीलेटर 124 थे।
ऐम्स में शुरू हुआ कोविड इलाज
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में गुरुवार से 10 बेड का कोविड अस्पताल शुरू हो जाएगा। लेवल टू के इस अस्पताल का एम्स की निदेशक सुरेखा किशाेर ने डाक्टरों के साथ निरीक्षण किया। यहां आक्सीजन की आपूर्ति फिलहाल सिलेंडर से की जाएगी। दो-दो दिन के अंतराल पर इस अस्पताल में 10-10 बेड और बढ़ाए जाएंगे। यह अस्पताल कुल 30 बेड का होगा।
अभी और बढ़ेगी अस्पतालों की संख्या
सुधाकर पांडे, मुख्य चिकित्सा अधिकारी गोरखपुर ने बताया कि
लगातार अस्पतालों की संख्या बढ़ाई जा रही है। वर्तमान में 40 से अधिक अस्पतालों ने कोविड वार्ड बनाने की अनुमति मांगी है। शीघ्र ही औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उन्हें अनुमति दे दी जाएगी। इससे मरीजों को राहत मिलेगी।
कोई टिप्पणी नहीं
thanks for comment...