बाहर से आये परदेशी खेतों खूब बहा रहे पसीना
कोविड से महानगरों में पढ़ाई भी बंद चल रहा है। घर आए विद्यार्थी ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं। ऐसे में जो समय बचा युवा वर्ग खेती-बाड़ी के काम में लगा रहे हैं। सुबह-शाम चार-छह की संख्या में परदेश सिवान की तरफ बढ़ जा रहे हैं। खेत में मेड़बंदी का काम करते हुए धान की नर्सरी डाल रहे हैं। सिवान में जहां खाली स्थान पड़ा है वहां लोग पौधा भी लगा रहे हैं। मुंबई में पढ़ाई कर रहे प्रवीण कुमार ने बताया कि शहर में पढ़ाई के साथ घर के गृहस्थी पर भी ध्यान देना जरुरी है।
दोपहर व रात्रि में पढ़ाई संग सुबह-शाम खेती का काम किया जा रहा है। इससे शरीर स्वस्थ रहने के साथ ही नाकारात्मक सोच में बदलाव आता है।
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