पंचायत चुनाव ने पीठासीन अधिकारी रहे शिक्षक की कोरोना से मौत, शव लेकर जिलाधिकारी के पास पहुंचे परिजन
सहसवान क्षेत्र के गांव पालपुर के प्राथमिक विद्यालय में तैनात अध्यापक देशपाल सिंह (50) नगर की कृष्णा कॉलोनी में रहते थे।पंचायत चुनाव में बतौर पीठासीन अधिकारी उनकी ड्यूटी कादरचौक ब्लॉक क्षेत्र में लगी थी। घरवालों में बेटी अनुराधा पाल के मुताबिक ड्यूटी से घर लौटने के बाद ही उन्हें बुखार आ गया। इसके बाद एंटीजन टेस्ट कराया गया तो एक मई को वह पॉजीटिव निकले।
इलाज के दौरान हालात में सुधार नहीं हो पाया। शुरू में मेडिकल कॉलेज में भी इलाज कराया गया था। हालत बिगड़ जाने पर उन्हें दो दिन पहले ही बरेली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान भी सीटी स्कैन से उनके फेफड़ों में संक्रमण बताया गया। इसके चलते मंगलवार तड़के करीब तीन बजे देशपाल की मौत हो गई।
इसके बाद परिजन एंबुलेंस से शव लेकर घर पहुंचने की बजाय बदायूं में डीएम आवास पर जा धमके। उन्होंने सड़क किनारे ही एंबुलेंस खड़ी करवा ली। दो बेटियां डीएम को बुलाकर उन्हें हकीकत से अवगत कराने की जिद पर अड़ गईं। इसकी सूचना मिलते ही पहले सिविल लाइंस थाना पुलिस फिर तहसीलदार सदर मौके पर पहुंच गए। करीब एक घंटे तक घरवाले डीएम आवास के सामने ही डटे रहे।
सूचना पर पहुंचे तहसीलदार ने बेटे और बेटियों से बात कर जांच कराके कार्रवाई कराने का भरोसा दिलाया। इसके बाद परिजन शव लेकर घर चले आए। इधर, मृतक की बेटी अनुराधा का कहना है कि उनके आश्रित को चुनाव ड्यूटी के दौरान मौत के अनुरूप मुआवजा मिलना चाहिए। देशपाल की पांच संतान में दो बेटे और तीन बेटियां हैं। किसी की भी शादी नहीं हुई है।
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