कोविड के संभावित तीसरी लहर के दृष्टिगत आंगनबाड़ी कार्यकर्तिया अपने जिम्मेदारी का करें निर्वहन- डीएम
देवरिया । जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने बताया है कि कोविड-19 कोरोना वायरस का संक्रमण वर्तमान में तेजी से फैल रहा है, जिसके विरुद्ध लड़ाई में समस्त आंगनबाड़ी कार्यकत्री फ्रण्ट लाईन कार्यकर्ता के रूप में अपने दायित्वों का भली निर्वहन कर रही है। वर्तमान में वैज्ञानिकों एंव अन्य स्पेशलिस्ट के द्वारा कोरोना महामारी की तीसरी लहर की सम्भावना व्यक्त की जा रही है एवं यह भी सचेत किया जा रहा है कि आने वाली तीसरी लहर में ज्यादातर बच्चे प्रभावित होगें। इन बच्चों में भी कम इम्युनिटी वाले बच्चों को संक्रमित होने की सम्भावना ज्यादा है। इस हेतु यह आवश्यक होगा कि ऐसे बच्चों के प्रतिरोधक क्षमता में विकास के लिये सतत प्रयास किया जाय साथ ही इनके माता-पिता जिनके माध्यम से इन बच्चों में संक्रमण बढ़ने की सम्भावना ज्यादा हो सकती है उनका अनिवार्य रूप से टीकाकरण करा लिया जाय, जिससे इन बच्चों में संक्रमण की सम्भावना कम रहे अथवा न रहे। इस सम्बन्ध में ऐसे बच्चे जिनका पोषण स्तर लाल सैम मैम श्रेणी का है उनका लाईन लिस्टिंग पूर्व से ही बाल विकास विभाग के पास उपलब्ध है, सर्व प्रथम उन बच्चों के माता-पिता जो 45+ आयुवर्ग के हैं उनका शीघ्रातिशीघ्र टीकाकरण करा लिया जाय व अवशेष बच्चों के अभिभावकों का एक सप्ताह के अन्दर आशा एवं आंगनबाड़ी के संयुक्त टीम से सर्वे कराकर निर्धारित प्रारूप पर सूचना उपलब्ध करायी जाय। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त प्रयास से नजदीकी सहज जन सेवा केन्द्रों पर इनका रजिस्ट्रेशन कराते हुए टीकाकरण भी कराया जाय।
जिलाधिकारी ने इस सम्बन्ध में निर्देश दिये है कि प्रत्येक आंगनबाड़ी कार्यकत्री आशा के साथ अपने सर्वे क्षेत्र में भ्रमण करें, भ्रमण के दौरान कोविड 19 प्रोटोकाल का अनुपालन अनिवार्य रूप से किया जाय, समस्त 0-6 वर्ष के बच्चों का वजन, लम्बाई करेगी एवं ग्रोथ चार्ट पर इसकी प्लाटिंग करते हुए अतिकुपोषित (लाल श्रेणी) सैम व मैम बच्चों को चिन्हांकित कर उनकी सूचना तैयार करेंगी।
अतिकुपोषित (लाल श्रेणी) सैम व मैम बच्चों के परिवार में ऐसे अभिभावक जिनकी आयु 45 वर्ष से अधिक है, के वैक्सिनेशन के बारे में सूचना तैयार करेगी जिससे ऐसे अभिभावक जिनका वैक्सिनेशन न हुआ हो उनका रजिस्ट्रेशन नजदीकी सहज जनसेवा केन्द्र पर कराया जायेगा एवं अन्य जानकारी प्राप्त की जायेगी। अतिकुपोषित (लाल श्रेणी) सैम व मैम बच्चों के परिवार में ऐसे व्यक्ति जिनको कोविड के प्रारम्भिक लक्षण दिखाई दे रहे हों उनकी सूचना आंगनबाड़ी कार्यकत्री बनायेगी एवं तत्काल ग्राम निगरानी समिति मुख्य सेविका व ए0एन0एम0 को सूचित करेगी। जिसके क्रम में स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऐसे सदस्यों को तत्काल बच्चों से दूरी बनाये रखने एवं अन्य सुविधायें उपलब्ध करायी जायेगी। आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा बनायी गयी सूची को सम्बन्धित मुख्य सेविका व ए०एन०एम० को प्राप्त कराया जायेगा, जिसके सापेक्ष त्वरित कार्यवाही करते हुए बच्चों के पोषण स्तर सुधार, परिवार के सदस्यों के टीकाकरण तथा बच्चों को कोविड-19 के लक्षण वाले सदस्यों से दूरी बनाये रखने एवं घर के सदस्यों का मास्क आदि का प्रयोग करने के सम्बन्ध में जागरूक किया जायेगा। मुख्य सेविका तथा बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा नियमित पर्यवेक्षण किया जायेगा एवं बच्चों को निर्धारित मात्रा | पोषाहार उपलब्ध हो रहा है या नहीं यह सुनिश्चित किया जायेगा, साथ ही साथ यह अनिवार्य रूप से सुनिश्चित कराया जायेगा कि कोई भी अतिकुपोषित / कुपोषित / सैम/ मैम बच्चा पोषाहार प्राप्ति से बंचित न रहे है। इस सम्बन्ध में बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा प्रमाणपत्र प्राप्त कराया जायेगा कि उनकी परियोजना का कोई भी अतिकुपोषित / कुपोषित / सेम/ मैम/ बच्चा विभागीय पोषाहार से वंचित न रहे ऐसे बच्चों की एक सूची प्रत्येक ए०एन०एम०, मुख्य सेविका, बाल विकास परियोजना अधिकारी तथा प्रभारी चिकित्साधिकारी के पास उपलब्ध रहनी अनिवार्य है।बच्चों का चिन्हांकन हो जाने के बाद आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री की संयुक्त टीम द्वारा प्रत्येक 02-03 दिन के अन्तराल पर गृह भ्रमण करते रहा जाय एवं कोई भी प्रतिकूल स्थिति की सूचना होने पर तत्काल ग्राम निगरानी समिति / मुख्य सेविका ए०एन०एम० को सूचित कर दिया जाय। बाल विकास परियोजना अधिकारी अपने परियोजनान्तर्गत समस्त आंगनबाडी कार्यकत्रियों के सापेक्ष प्रभारी चिकित्साधिकारी से मास्क व सैनिटाईजर की मांग प्रस्तुत करेगें जिसे सम्बन्धित प्रभारी चिकित्साधिकारी द्वारा तत्काल उपलब्ध कराया जायेगा जिसका प्रयोग आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा भ्रमण के समय किया जायेगा। भ्रमण करते हुए सोशल डिस्टेन्सिग व कोविड-19 के प्रोटोकॉल का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाय। इस हेतु उपरोक्त प्रारूप पर जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा गुगल शीट उपलब्ध करायी जायेगी जिसे आंगनबाडी कार्यकत्री व मुख्य सेविकाओं द्वारा भरा जायेगा। प्रतिदिन की रिपोर्टिंग के सम्बन्ध में सायं को जूम मिटिंग में मेरे द्वारा इसकी समीक्षा की जायेगी। यह कार्य अत्यन्त महत्वपूर्ण है तथा कोविड-19 संक्रमण से सम्बन्धित है। इस सम्बन्ध में यदि किसी भी कार्मिक द्वारा कोई भी लापरवाही पायी जाती है तो उसके विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी।
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