घायल चाचा को ठेले पर इलाज के लिए लेकर भटकता रहा भतीजा, नहीं मिला एम्बुलेंस
मैरवा (सिवान)। बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की रोज पोल खुल रही है। अस्पताल में इलाज की समस्याओं के बीच अब हॉस्पिटल पहुंचना भी मुश्किल हो रहा है। सिवान से ऐसी ही घटना सामने आई है। दरअसल, मैरवा में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के दावे की बुधवार को पोल खुल गई। अस्पताल से एंबुलेंस नहीं मिलने के बाद एक युवक अपने घायल चाचा को ठेले पर लेकर इलाज के लिए भटकता देखा गया। एंबुलेंस के लिए उसने कई बार फोन किया लेकिन कोई उत्तर नहीं मिला। ठेला पर चाचा को लेकर इलाज के लिए ले जाते हुए चाचा भतीजे का फोटो वायरल हुआ तो हलचल मच गई। मामला प्रखंड के सिसवा खुर्द का है।
गाय के धक्का मारने से हुए थे जख्मी
बताते हैं कि सिसवा खुर्द में कौशल किशोर पाल के चाचा मदन पाल को गाय ने धक्का मार दिया, जिससे वह गिरकर बुरी तरह जख्मी हो गया। कौशल किशोर पाल अपने चाचा मदन पाल के घायल हो जाने पर इलाज के लिए अस्पताल ले जाने को किसी से एंबुलेंस का नंबर लेकर डायल किया। कई बार फोन की घंटी बजी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। कौशल किशोर पाल ने बताया कि एंबुलेंस के लिए फोन करने पर जब फोन रिसीव नहीं किया गया तो हार थक कर वह अपने जख्मी चाचा को ठेले पर लेकर इलाज के लिए अस्पताल चल पड़ा। उसने एक प्राइवेट क्लीनिक में अपने चाचा का इलाज कराया। चिकित्सक के परामर्श पर बाद में एक्सरे कराने के लिए ले गया। उसने बताया कि गांव में कोई सवारी उपलब्ध नहीं थी। गांव से कुछ दूर स्थित बभनौली चट्टी जाकर ई रिक्शा व ऑटो चालक से को अस्पताल ले जाने के लिए अनुरोध किया, लेकिन कोई तैयार नहीं हुआ। मजबूरन ठेले पर मरीज को लेकर जाना पड़ा। प्रखंड के सिसवा खुर्द के इस मरीज मरीज को इलाज के लिए ठेला पर ले जाने चर्चा हर तरफ खूब हो रही है।
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