बारिश से किसानों को राहत, ईंट उद्योग को क्षति
कुशीनगर।टाक्टे चक्रवात के प्रभाव से बदले मौसम ने कहीं खुशी तो कहीं गम बरसाया। जबरदस्त बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे तो ईंट उद्योग, गृह निर्माण कार्य व शादी विवाह की तैयारी में जुटे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बुधवार की मध्यरात्रि से हो रही बारिश गुरुवार को भी जारी रही।
बेमौसम बारिश से खेतों में पानी लग गया। गन्ना, मक्का व सब्जी की फसल को राहत मिली। किसान धान का बेहन गिराने की तैयारी में जुट गए हैं। किसान रामप्रीत गोंड ने बताया कि इंटरनेट मीडिया के जरिये बरसात की पूर्व सूचना थी, इसलिए धान के बीज भिगो लिया था, अब बेहन गिराने में आसानी होगी। किसान जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि पंपिग सेट से खेत की सिचाई हो रही थी। बारिश से खेतों में पानी लगने से कई दिनों तक नमी रहेगी। शादी ब्याह का मौसम होने के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। क्षेत्र स्थित कई ईंट भट्ठों पर फड़ में कच्ची ईट गल गई तो रास्तों में पानी लगने से ईंट की बोझाई व निकासी बंद हो गई। भट्ठा मालिक धनन्जय सिंह सोनू ने कहा कि करीब 70 हजार कच्ची ईंट नष्ट हो गई। नुरूल हसन ने बताया कि रास्ता खराब होने से ईंट बिक्री नहीं हो पा रही है।
जानकारों की मानें तो इससे पहले 1998 में मई में इतनी बारिश रिकार्ड की गई थी। कसया में शहर से लेकर ग्रामीण अंचल में कई स्थानों पर जल-जमाव की स्थिति बन गई है। बुधवार की शाम 28 डिग्री सेल्सियस तो गुरुवार की सुबह 22 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकार्ड किया गया।
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