गोरखपुर जिले के भगवानपुर गांव के निवासी नवीन कुमार सिंह का आतंकी हमले में हुए शहीद का पार्थिव शव उनके पैतृक गांव पहुंचा
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश बांसगांव तहसील के खजनी थाना अंतर्गत भगवानपुर
निवासी जयप्रकाश सिंह का बेटा नवीन कुमार सिंह उम्र 23 वर्ष आतंकी हमले मे शहीद हो गया। शहीद का पार्थिव
शव आज भोर मे चार बजे पैतृक निवास भगवानपुर मे सेना के बाहन से पहुंचा। शहीद का पार्थिव शव गांव में पहुँचते ही अगल बगल के गांव के लोगों का हुजूम अपने लाल के अंतिम दर्शन के लिये उमड़ पड़ा। इस दौरान सदर
सांसद रवि किशन, सहजनवां बिधायक शीतल पांडेय,एसडीएम सहजनवां सुरेश राय, सी ओ खजनी इन्दु प्रभा सिह, इन्सपेक्टर खजनी अजय कुमार मौर्य, जिलाध्यक्ष भाजपा युधिष्ठिर सिह सहित क्षेत्र के तमाम लोग शहीद के घर पहुचकर
शहीद नवीन कुमार सिह के पार्थिव शव पर पुष्पांजलि अर्पित की।
शहीद के पिता जे पी सिह, शहीद की दादी शकुंतला सिंह, माता उषा सिह एवं दोनो बहनों की आंसू रुकने का नाम नही ले रहा है। परिजनों की चित्कार सुनकर हर किसी की आंखे नम हो गई।
9वी राष्ट्रीय राईफल के जवान सूबेदार महेश कुमार, हवलदार ओमप्रकाश शहीद का शव को लेकर गांव आये।
यहाँ बात दे कि भगवानपुर निवासी आर्मी से सन 2006 में रिटायर्ड जे पी सिह के दो पुत्रो मे छोटा पुत्र नवीन सिह 15 जुलाई सन 2015 मे सेना के 9 आर आर कोर मे भर्ती हुए थे। वर्तमान में इनकी तैनाती दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम में थी। अपनी बटालियन के सीओ के आदेश पर गाड़ी से ड्राइवर के साथ श्रीनगर मे राशन पहुँचाने जा रहे थे कि रास्ते मे घात लगाकर बैठे आतंकवादियों ने ऐ के 47 राईफल से फायरिंग शुरू कर दी। जिसमे नवीन कुमार सिह शहीद हो गये और ड्राइवर बच गया।
सुबेदार महेश कुमार ने बताया कि हमारे जवान भी जबाब दिये लेकिन आतंकी भाग गये। शहीद नवीन कुमार सिह 9 राष्ट्रीय राईफल के निर्भीक तथा अनुशासित जवान थे। परिजनो के अनुसार अभी उनका बिबाह नही हुआ था। छोटेपुत्र के शहीद होने की सूचना पर उनके पिता जे पी सिह ने कहाकि मेरा बेटा देश के लिए शहीद हो गया इसका मुझे अपने पुत्र पर फक्र है। परिजनो तथा गांव मे कोहरम मचा हुआ है। माता-पिता परिवार तथा बड़े भाई का रो रो कर बुरा हाल हो गया है। मां दहाड़े मार मार कर रो रही थी तथा ताबूत पर लिपट गई थी।
शहीद नवीन सिह के दो भाई तथा दो बहन है दोनो बहनो की शादी हो चुकी है।बड़े भाई बिकास सिह की भी शादी नही हुई है।चारो संतान में शहीद नवीन सिह सबसे छोटे थे और 18 बर्ष की आयु मे देश सेवा के लिए सेना मे भर्ती हुए थे। अंतिम बार फरवरी 2021 मे अवकाश पर घर आये थे।बड़े भाई बिकास सिह लखनऊ मे प्रापर्टी डिलींग का कार्य करते है। कूड़ाघाट दरगहीया मे इनका निजी मकान है। परंतु परिवार का गांव भगवानपुर मे आना जाना हमेशा लगा रहता है ।
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