आफत पर बन आया है जर्जर सामुदायिक भवन
आफत पर बन आया है जर्जर सामुदायिक भवन
पकड़ी दुबे / बांसगांव संदेश
कौड़ीराम ब्लाक के पकड़ी दुबे ग्राम में जर्जर सामुदायिक भवन लोगों के लिए आफत बन गया है। इस कारण न सिर्फ विभिन्न आयोजनों में ग्रामीणों को परेशानी होती है, बल्कि लोगों को भी हादसे का अंदेशा भी सताता रहता है। पूरी तरह से जर्जर हो चुके इस सामुदायिक भवन के निर्माण को लेकर लोग लंबे समय से मांग कर रहे हैं। हालत ऐसी है कि इसकी छत कभी भी गिर सकती है और यहां आने-जाने वाले लोगों को नुकसान पहुंचा सकती है। शिकायतों और आवेदनों के बाद भी लोगों को इसका लाभ नहीं मिला। लोग काफी समय से समुदाय भवन के निर्माण की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिए जाने के कारण लोगों को समारोह के आयोजन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है।मौके पर सामुदायिक भवन में गाय भैंस आदि जानवर बांधने के काम आ रहा है, उसमे भी लोगों को ये डर बना रहता है कि कहि इसकी छत गिर गयी तो जानवर भी चोटिल हो जाएंगे।
सामुदायिक भवन आज कल जुआरियों अड्डा बना हुआ है जहाँ दिन भर लोग जूआ खेलते है।
एक ओर जहां केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों की आर्थिक व्यवस्था सुधारने विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है। साथ ही शासन द्वारा लगातार ग्राम सभा का आयोजन कर नियमित बैठक लेकर ग्रामीण विकास के संबंध में चर्चा करने की बात कही जाती है, वहीं दूसरी ओर संबंधित अधिकारियों की उदासीनता के चलते ग्राम पंचायत पकड़ी दुबे की इस जर्जर सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य 2007 से अभी तक पूरा ही नही हुआ जिसने वही तक के अधिकारियों की पोल खोल के रख दी है
आपको बताते चलू की सन 2007 में तत्कालीन सांसद व केंद्रीय मंत्री भारत सरकार स्व महावीर प्रसाद जी के द्वारा इसका निर्माण हुआ लेकिन निर्माण के बाद भी कुछ कार्य अधूरा रह गया, न तो भवन में गेट लगा, न तो नल है ना तो शौचालय ।
ग्रामीण वीरेंद्र, पन्नेलाल, आदि लोगों का कहना है कि 2007 के बाद कई बार हम लोगों ने इसकी शिकायत विकास खण्ड अधिकारी कौड़ीराम व एस डी एम बांसगांव से की लेकिन आज तक कोई भी कार्यवाही नही हुई। और
2007 से अभी तक के ग्राम प्रधानों ने भी इसपर कोई रुचि नही ली वरना ये सामुदायिक भवन का निर्माण भी हो गया होता और कई बार इसमे ग्राम विकास सम्बंधित बैठक भी हुई होती, पर ये हमारे ग्राम प्रधानों की लापरवाही से आज तक के भवन ग्राम पंचायत को हैंडओवर नही हुआ।
पकड़ी दुबे / बांसगांव संदेश
आकाश सिंह की रिपोर्ट
कौड़ीराम ब्लाक के पकड़ी दुबे ग्राम में जर्जर सामुदायिक भवन लोगों के लिए आफत बन गया है। इस कारण न सिर्फ विभिन्न आयोजनों में ग्रामीणों को परेशानी होती है, बल्कि लोगों को भी हादसे का अंदेशा भी सताता रहता है। पूरी तरह से जर्जर हो चुके इस सामुदायिक भवन के निर्माण को लेकर लोग लंबे समय से मांग कर रहे हैं। हालत ऐसी है कि इसकी छत कभी भी गिर सकती है और यहां आने-जाने वाले लोगों को नुकसान पहुंचा सकती है। शिकायतों और आवेदनों के बाद भी लोगों को इसका लाभ नहीं मिला। लोग काफी समय से समुदाय भवन के निर्माण की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिए जाने के कारण लोगों को समारोह के आयोजन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है।मौके पर सामुदायिक भवन में गाय भैंस आदि जानवर बांधने के काम आ रहा है, उसमे भी लोगों को ये डर बना रहता है कि कहि इसकी छत गिर गयी तो जानवर भी चोटिल हो जाएंगे।
सामुदायिक भवन आज कल जुआरियों अड्डा बना हुआ है जहाँ दिन भर लोग जूआ खेलते है।
एक ओर जहां केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों की आर्थिक व्यवस्था सुधारने विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है। साथ ही शासन द्वारा लगातार ग्राम सभा का आयोजन कर नियमित बैठक लेकर ग्रामीण विकास के संबंध में चर्चा करने की बात कही जाती है, वहीं दूसरी ओर संबंधित अधिकारियों की उदासीनता के चलते ग्राम पंचायत पकड़ी दुबे की इस जर्जर सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य 2007 से अभी तक पूरा ही नही हुआ जिसने वही तक के अधिकारियों की पोल खोल के रख दी है
आपको बताते चलू की सन 2007 में तत्कालीन सांसद व केंद्रीय मंत्री भारत सरकार स्व महावीर प्रसाद जी के द्वारा इसका निर्माण हुआ लेकिन निर्माण के बाद भी कुछ कार्य अधूरा रह गया, न तो भवन में गेट लगा, न तो नल है ना तो शौचालय ।
● ये सामुदायिक भवन सासंद निधि द्वारा तैयार किया गया पर अभी भी ये अपूर्ण होने के कारण ग्राम पंचायत को नही सौपा गया। - सेक्रेटरी अनुज राय
● मेरे संज्ञान में ये बात आई है मैं इसकी जांच करा के इसके बारे में जल्द ही कार्यवाही की जाएगी । - विकास खण्ड अधिकारी दुर्योधन जी
● मुझे इस बारे में ज्ञात है जल्द ही मैं इस पर सम्बंधित अधिकारी से बात कर के इसको सही करवाया जाएगा। - नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान शिपिन राय
●ग्रामीण समय-समय पर विभिन्न प्रकार के आयोजन करते रहते हैं। इसके लिए उपयुक्त जगह की आवश्यकता होती है, लेकिन सामुदायिक भवन बदहाल होने से परेशानी आ रही है। इसे तुरंत ठीक कराया जाए। - ग्रामीण रविन्द्र यादव
ग्रामीण वीरेंद्र, पन्नेलाल, आदि लोगों का कहना है कि 2007 के बाद कई बार हम लोगों ने इसकी शिकायत विकास खण्ड अधिकारी कौड़ीराम व एस डी एम बांसगांव से की लेकिन आज तक कोई भी कार्यवाही नही हुई। और
2007 से अभी तक के ग्राम प्रधानों ने भी इसपर कोई रुचि नही ली वरना ये सामुदायिक भवन का निर्माण भी हो गया होता और कई बार इसमे ग्राम विकास सम्बंधित बैठक भी हुई होती, पर ये हमारे ग्राम प्रधानों की लापरवाही से आज तक के भवन ग्राम पंचायत को हैंडओवर नही हुआ।
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